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IPL ने चमकाई इन खिलाड़ियों की किस्मत, कभी थे मुफलिसी का शिकार, आज हैं करोड़ों के मालिक

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लखनऊ: क्रिकेट का उत्सव कहे जाने वाले IPL के 15वें सीजन का आगाज हो चुका है। 2008 में शुरू होने वाले IPL ने अब तक के अपने 14 साल के लंबे सफर में कई खिलाड़ियों की किस्मत बदली है। आईपीएल ने जहां भारत समेत कई देशों को कई नए खिलाड़ी दिए हैं, तो वहीं इस टूर्नामेंट ने कई खिलाड़ियों को फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया है। आईपीएल में कई ऐसे खिलाड़ी आए जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी, मगर आईपीएल के जरिए मिले प्लेटफॉर्म ने इन युवा और घरेलू खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मजबूत करके उनके जीवन को बदल दिया।

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क्रिकेट को एक करियर के रूप में विकसित करने में आईपीएल ने एक अहम भूमिका निभाई है। पिछले कुछ वक्त में आईपीएल काफी विकसित हुआ है और इसका सर्वाधिक लाभ उन युवा खिलाड़ियों को मिला जिनमें प्रतिभा होने के बाद भी वो गुनामी की जिंदगी जी रहे थे। आईपीएल ने न केवल उन खिलाड़ियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी काफी मदद की है। आईपीएल ने लोगों की मानसिकता को भी बदल दिया है, जो अब चाहते हैं कि उनके बच्चे क्रिकेट खेलें और इसमें अपना करियर बनाएं। वर्तमान समय में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईपीएल की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम तक का सफर तय किया है। इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे मोहम्मद सिराज से लेकर यशस्वी जायसवाल तक, आईपीएल में कई ऐसे क्रिकेटर रहे हैं, जो अर्श से फर्श तक पहुंचे हैं। जानते हैं ऐसे ही कुछ और खिलाड़ियों और उनकी कहानी के बारे में।

मोहम्मद सिराज

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है भारत की वनडे, टेस्ट और टी20 तीनों टीमों का हिस्सा रहने वाले हैदराबाद के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का। सिराज के पिता एक ऑटो-रिक्शा चालक थे और उनके लिए गुजारा करना भी मुश्किल था। इसके बावजूद उन्होंने अपने बेटे को एक क्रिकेटर बनाने के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया। सभी संघर्षो के बावजूद सिराज ने अपनी क्रिकेट यात्रा जारी रखी और 2015 में रणजी ट्रॉफी में सफलता हासिल की। 9 मैचों में 41 विकेट लेकर वो टूर्नामेंट में तीसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।

सिराज की किस्मत चमकी साल 2017 में, जब सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 2.6 करोड़ रुपए में टीम में शामिल किया। इसके बाद 2018 में सिराज को कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू ने अपने साथ कर लिया। देखते-देखते सिराज आरसीबी के प्रमुख गेंदबाज बन गए। इसके बाद सिराज का चयन भारतीय टीम में भी हुआ और यहां भी सिराज ने अपनी गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया। सिराज हमेशा अपनी सफलता का श्रेय विराट कोहली को देते हैं। सिराज अब आरसीबी के प्रमुख गेंदबाज हैं और उन्हें ताजा सीजन के लिए आरसीबी ने 7 करोड़ की भारी रकम में रिटेन किया है।

टी. नटराजन

भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके टी. नटराजन की कहानी भी काफी संघर्षशील और प्रेरणादायक रही है। सलेम शहर के रहने वाले नटराजन गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता गांव में दिहाड़ी मजदूर के रूप में कार्य करते थे, जबकि मां सड़क किनारे दुकान लगाती थीं। साल 2017 का आईपीएल सीजन नटराजन के लिए खुशियां लेकर आया। इस सीजन में नटराजन को पंजाब किंग्स ने 3 करोड़ की राशि में अपने साथ जोड़ा। इसके बाद पंजाब के लिए और घरेलू क्रिकट में शानदार प्रदर्शन के बाद नटराजन नीलामी में सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ियों में से एक बन गए। उन्होंने अपने डेब्यू सीजन में 6 मैच खेले और 2 विकेट लिए। यहां से नटराजन की किस्मत पूरी तरह से बदल गई। बाद में नटराजन ने भारत की नेशनल क्रिकेट टीम के लिए भी तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया।

चेतन सकारिया

भारत के लिए डेब्यू कर चुके तेज गेंदबाज चेतन सकारिया की कहानी भी काफी संघर्षों से भरी हुई रही है। सकारिया के परिवार के लिए आर्थिक हालत शुरू से ही एक चुनौती बनी रही। सकारिया के पिता वरतेज ऑटो रिक्शा चलाते थे। साल 2021 के आईपीएल में सकारिया की किस्मत का पहिया घूमा और उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 1.2 करोड़ की रकम में अपने साथ जोड़ा। यहां उनका प्रदर्शन शानदार रहा। इसी का परिणाम रहा कि साल 2021 में ही सकारिया ने श्रीलंका के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया।

यशस्वी जायसवाल

एक विनम्र सामान्य परिवार से आने वाले यशस्वी की क्रिकेट यात्रा कई लोगों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया। उत्तर प्रदेश के भदोही में एक छोटे से दुकानदार के दो बेटों में छोटे यशस्वी क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए मुंबई चले गए। उनके पिता ने कोई आपत्ति नहीं की, क्योंकि उन्हें परिवार का भरण-पोषण करने में कठिनाई होती थी। लेकिन, मुंबई में उनके लिए चीजें आसान नहीं थीं। यहां उनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी। यहां उन्होंने मुस्लिम यूनाइटेड क्लब में तीन साल गुजारे। इसके बाद रोजी-रोटी के लिए यशस्वी ने आजाद मैदान में रामलीला के दौरान पानी-पूरी और फल बेंचे।

इस दौरान कई बार ऐसा भी हुआ कि उन्हें खाली पेट सोना पड़ा। तमाम कठिनाइयों के बावजूद, यशस्वी अपने लक्ष्य पर डटे रहे और उन्होंने अपना क्रिकेट जारी रखा। इसके बाद उनका चयन भारतीय अंडर-19 टीम के लिए हुआ। वो 2020 में उपविजेता रही भारतीय टीम के सदस्य रहे। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 400 रन बनाए। अंडर-19 में बेहतर प्रदर्शन का ईनाम यशस्वी को 2020 के आईपीएल में मिला, जहां राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 2.40 करोड़ की रकम में अपने साथ जोड़ा। यहां से यशस्वी का नाम सार्थक होना शुरू हो गया। यशस्वी को आईपीएल के 15वें सत्र से पहले राजस्थान ने 4 करोड़ रुपये में अपने साथ बरकरार रखा है।

उमरान मलिक

इस लिस्ट में एक नाम जम्मू-कश्मीर के उभरते तेज गेंदबाज उमरान मलिक का है। उमरान मलिक एक साधारण परिवार से आते हैं। 21 साल के उमरान के लिए आईपीएल तक का सफर आसान नहीं रहा है। उमरान के पिता अब्दुल मलिक स्थानीय स्तर पर फल और सब्जियों की दुकान करते हैं। आईपीएल 2022 की नीलामी से पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने उमरान को चार करोड़ रुपए में रिटेन किया है।

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