RG Kar Medical College: आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कार्यरत दो पोस्टमार्टम सहायकों को सोमवार को जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इन पर अप्राकृतिक मौत के मामलों में मृतक के परिजनों से अवैध वसूली करने का आरोप है। मामला तब प्रकाश में आया जब कुछ दिन पहले अस्पताल परिसर में दो सहायक शंभू मलिक और संतोष मलिक आपस में भिड़ गए।
पहले भी दर्ज हो चुकी हैं शिकायतें
सूत्रों के अनुसार, ताला थाने की पुलिस ने विवाद की जांच शुरू की और पाया कि विवाद का कारण वसूली के पैसे का बंटवारा था। अस्पताल के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि इन दोनों सहायकों के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें दर्ज की गई थीं, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, “अगर इन शिकायतों पर पहले ही ध्यान दिया गया होता तो यह स्थिति नहीं बनती। इन दोनों के बीच झगड़े के कारण पोस्टमार्टम प्रक्रिया कुछ समय के लिए बाधित रही।”
सीबीआई पहले से कर रही जांच
इसके अलावा आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में सीबीआई द्वारा जांच चल रही है। इनमें अज्ञात शवों से अवैध रूप से अंग निकालने और उन्हें ऊंचे दामों पर बेचने के आरोप भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि यह रैकेट पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और पोस्टमार्टम सहायकों के एक समूह की मिलीभगत से संचालित हो रहा था।
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गौरतलब है कि अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने पहले भी आरोप लगाया था कि घोष अप्राकृतिक मौत के मामलों में पोस्टमार्टम के लिए आने वाले शवों के परिजनों से वसूली गई रकम में हिस्सा लेता था। जूनियर डॉक्टरों ने जूनियर डॉक्टर की जघन्य हत्या और बलात्कार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए इन आरोपों को उजागर किया था।
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