West Bengal Coal Scam: पश्चिम बंगाल के करोड़ों रुपये के कोयला घोटाला मामले में सोमवार को आसनसोल की विशेष सीबीआई अदालत में आरोप तय होने थे। हालांकि, मुख्य आरोपी की अनुपस्थिति के कारण इसे टाल दिया गया। मामले के मुख्य आरोपियों में से एक विकास मिश्रा अदालत में पेश नहीं हो सके।
लंबे समय से फरार है मुख्य आरोप
उन्हें पिछले सप्ताह पोक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वे कोलकाता पुलिस की हिरासत में हैं। शिकायत उनकी भाभी ने दर्ज कराई थी। विकास मिश्रा के बड़े भाई और घोटाले के एक अन्य मुख्य आरोपी विनय मिश्रा लंबे समय से फरार हैं। अधिकारियों का मानना है कि विनय मिश्रा ने वानुअतु द्वीप की नागरिकता ले ली है और उसने भारतीय नागरिकता छोड़ दी है। गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए विकास मिश्रा ने दावा किया कि अगर उन्होंने सच उगल दिया तो पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार गिर सकती है। विशेष अदालत ने अब आरोप तय करने की अगली तारीख 10 दिसंबर तय की है। जज ने आदेश दिया है कि सभी आरोपियों को उस दिन अदालत में पेश होना होगा।
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सीबीआई की चार्ज सीट में 50 लोगों के नाम
अगर विकास मिश्रा पॉक्सो मामले में पुलिस या न्यायिक हिरासत में रहता है तो उसे वर्चुअली कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट में कुल 50 लोगों के नाम हैं, जिनमें से कई ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी) के वरिष्ठ अधिकारी हैं। फरार आरोपी विनय मिश्रा का भी नाम चार्जशीट में है। कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि अगली सुनवाई में सभी आरोपी मौजूद रहें, ताकि आरोप तय करने की प्रक्रिया बिना किसी देरी के पूरी की जा सके।
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