No-Confidence Motion Rahul Gandhi: अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का आज दूसरा दिन है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (rahul gandhi) आज लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेने की उम्मीद है। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए 12 बजे मैदान में उतरेंगे। इसकी जानकारी देते हुए कांग्रेस सांसद अधीरंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की ओर से रेवंत रेड्डी और हेबी ईडन का नाम चर्चा के लिए दिया गया है. वहीं विपक्ष के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का पक्ष रखेंगी। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, रमेश बिधूड़ी, हिना गावित विपक्ष के आरोपों पर जवाब देंगे।
बता दें कि राहुल को मंगलवार को कांग्रेस की ओर से चर्चा की शुरुआत करना था, लेकिन कांग्रेस ने आखिरी वक्त में रणनीति बदल दी और गौरव गोगोई से चर्चा की शुरुआत करवाई गई। जबकि लोकसभा की कार्रवाई शुरू होने से ऐन पहले कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से बताया गया था कि राहुल गांधी आज सदन में बोलेंगे। चर्चा के दौरान राहुल सदन में मौजूद थे। लेकिन राहुल गांधी चर्चा में हिस्सा नहीं लिया। ये देखकर सत्ता पक्ष भी हैरान रह गया।
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सत्तापक्ष राहुल का बेसब्री से कर रही इंतजार
जब बीजेपी सांसद चर्चा का जवाब देने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि राहुल नहीं बोले। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि राहुल गांधी बोलेंगे, क्योंकि ऐसी खबरें आ रही थीं, लेकिन लगता है कि राहुल गांधी आज तैयार नहीं थे। देर से उठा होगा इसलिए बोल नहीं पाया, कोई बात नहीं। बीजेपी की ओर से आ रहे इन बयानों से साफ है कि वे सदन में राहुल को घेरने की तैयारी के साथ आए थे, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जब लोकसभा में राहुल गांधी चर्चा का विषय बने तो सत्ता पक्ष ने शुरुआत में ही कांग्रेस पर हमला बोलने का मौका मिल गया।
क्या PM मोदी की मौजूदगी में ही राहुल गांधी बोलेंगे?
माना जा रहा है कि कांग्रेस ने सोची-समझी रणनीति के तहत ऐन वक्त पर गौरव गोगोई से चर्चा शुरू करने का फैसला किया. दरअसल, मंगलवार को चर्चा के दौरान पीएम मोदी सदन में मौजूद नहीं थे। केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त यानी गुरुवार को जवाब देंगे। माना जा रहा है कि उसी दिन राहुल गांधी भी बोल सकते हैं। कांग्रेस इसे सोची-समझी रणनीति बता रही है, जिसके जरिए वह राहुल को मोदी के सामने प्रोजेक्ट करना चाहती है. इसके अलावा गौरव गोगोई नॉर्थ ईस्ट से सांसद हैं और यह अविश्वास प्रस्ताव नॉर्थ ईस्ट के राज्य मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर लाया गया है. ऐसे में कांग्रेस के लिए सरकार को घेरना बहुत सुविधाजनक था।
राहुल गांधी के भाषण में देरी करना रणनीति का हिस्सा
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी यह पूछते नजर आए कि कांग्रेस द्वारा सदन के अध्यक्ष को चर्चा शुरू करने के बारे में सूचित करने के बाद भी राहुल गांधी चर्चा शुरू क्यों नहीं कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि अंतिम समय में राहुल गांधी के भाषण में देरी करना एक रणनीति का हिस्सा था क्योंकि यह तय किया गया था कि वह भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं के बाद बोलेंगे। उन्होंने कहा कि यह फैसला रणनीति के तहत लिया गया है। अगर राहुल गांधी पहले बोलते तो उन्हें सत्ता पक्ष के हमलों का सामना करना पड़ता।
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