Meerut Building Collapse : उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बड़ा हादसा हो गया है। दरअसल, मेरठ के जाकिर कॉलोनी में एक तीन मंजिला मकान भरभरा कर गिर गया। इस हादसे में एक ही परिवार के 15 लोग दब गए। मामले की सूचना मिलते ही लोहिया नगर पुलिस, स्थानीय लोग, और दमकल विभाग के साथ SDRF-NDRF की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू में जुट गई।
कड़ी मशक्कत से कुछ लोगों को रेस्क्यू किया गया। वहीं मलबे में दबी डेढ़ साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि, रेस्क्यू के लिए SDRF- NDRF की टीम के साथ स्निफर डॉग्स भी लगाए गए और करीब 17 घंटे तक लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा।
भरभरा कर गिरा 35 साल पुराना मकान
मेरठ के थाना लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी में शनिवार शाम करीब 5:15 बजे 35 साल पुराना मकान भरभरा कर गिर गया। मकान की मरम्मत नहीं होने के चलते ये काफी जर्जर हो गया था। मकान के मलबे में 15 लोगों के दबे होने की सूचना मिलते ही मौके पर एडीजी डीके ठाकुर, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, आईजी नचिकेता झा, एसएसपी विपिन ताडा जिलाधिकारी दीपक मीणा सहित कई सीओ भी पहुंचे।
मलबे में दबे पालतू पशु
घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी डीके ठाकुर ने बताया कि, करीब सवा पांच बजे हादसा हुआ। कुछ लोगों को सुरक्षित निकाला गया। मलबे में दबने से डेढ़ साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 5 बच्चे शामिल हैं। मकान एक विधवा महिला का था, जो अपने बेटों के परिवार के साथ यहां रहती है। तीन मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर पर डेयरी चलती थी, इसलिए कई भैंसे भी मलबे में दब गईं है।
तंग गली बनी बचाव अभियान में बाधा
स्थानीय लोगों ने बताया जैसे ही मकान भरभरा कर गिरा तो किसी सिलेंडर फटने की आवाज आई। हम लोग मलबे में दबे परिवार को बचाने के लिए दौड़े। साथ ही तत्काल पुलिस को सूचना दी। तंग गली होने के कारण गली में जेसीबी नहीं आ पाई। फायर ब्रिगेड की टीम ने मैनुअली रेस्क्यू शुरू किया। दो घंटे बाद NDRF-SDRF मशीनें के साथ आईं। इसके बाद तेजी से बचाव कार्य शुरू किया गया। 5 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि 10 लोगों की मौत हो गई।
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Meerut Building Collapse : सीएम योगी ने दिए निर्देश
हादसे का संज्ञान लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही बचाव कार्यों में तेजी लाने और हर संभव मदद करने को भी कहा। वहीं स्थानीय पुलिस के साथ NDRF-SDRF का 17 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा।