कोलकाता: करोड़ों रुपये के लेन-देन के मामले में कोलकाता के मेयर और पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम और तृणमूल कांग्रेस विधायक मदन मित्रा के आवासों पर छापेमारी के अलावा, रविवार सुबह से सीबीआई ने उत्तरी 24 परगना जिले में दो स्थानों पर समानांतर छापेमारी की।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की सुरक्षा में सीबीआई अधिकारियों की एक टीम उत्तर 24 परगना जिले में हलिसहर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अंशुमान रॉय के आवास पर पहुंची। वह 2010 से 2021 तक हलिसहर नगर पालिका के अध्यक्ष थे। दूसरी टीम, सीएपीएफ कर्मियों के साथ, उत्तर 24 परगना जिले में कांचरापाड़ा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुदामा रॉय के आवास पर थी। ताजा जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की दोनों टीमें आवासों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चला रही हैं।
यह भी पढ़ें-कमलनाथ का तंज, बोले-भाजपा करा रही रिवर्स सर्वे, गिरने वाला है नाटक का पर्दा
सीबीआई अधिकारियों द्वारा प्राप्त सुरागों के अनुसार, इन दोनों नगर पालिकाओं में संबंधित अध्यक्षों के रूप में विभिन्न पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करने के लिए आउटसोर्स एजेंसी के रूप में, अयान सिल के स्वामित्व वाले एबीएस इन्फोज़ोन को चुनने में अंशुमान रॉय और सुदामा रॉय दोनों शामिल थे। पश्चिम बंगाल में स्कूली नौकरियों के करोड़ों रुपये के मामले में कथित संलिप्तता के लिए सिल वर्तमान में दक्षिण कोलकाता के प्रेसीडेंसी सेंट्रल सुधार गृह में न्यायिक हिरासत में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी, जो मामले में समानांतर जांच कर रहे हैं, को नगर निगम की नौकरियों में अनियमितताओं का पहला संकेत तब मिला जब उन्होंने स्कूल नौकरी मामले के संबंध में सिल के आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)