गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने बिल्डर ग्रुप वीवीआईपी के उपाध्यक्ष नितिन गर्ग को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। पिछले साल एक खरीदार ने उनके खिलाफ 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में नंदग्राम थाना पुलिस दो बार अंतिम रिपोर्ट (एफआर) लगा चुकी थी। जांच दूसरे थाने कविनगर में ट्रांसफर हुई तो आरोपी फंस गया।
बिल्डर ग्रुप के खिलाफ गाजियाबाद के कई अन्य पुलिस स्टेशनों में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। गाजियाबाद में एक वीवीआईपी एड्रेस सोसायटी है। यहां कविनगर निवासी आकाश जैन से फ्लैट बेचने के नाम पर 40 लाख रुपये ठग लिए गए। आकाश के मुताबिक, नितिन गर्ग ने इस सोसायटी में अपना फ्लैट बेचने की बात की थी। जिस पर आकाश ने नितिन गर्ग की पत्नी हिमानी गर्ग के खाते में 20 लाख रुपये और अपनी मां ममता रानी गर्ग के खाते में 19.75 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। बदले में नितिन गर्ग ने आकाश जैन को फ्लैट की चाबी दी और कोरोना महामारी बीतने के बाद रजिस्ट्री कराने की बात कही। इसी बीच नितिन गर्ग ने आकाश को फोन कर बताया कि वह कोरोना से संक्रमित हो गया है और कुछ दिन अकेले रहने के लिए उसे फ्लैट की चाबी चाहिए।
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आकाश का कहना है कि नितिन ने इसी तरह धोखा देकर चाबी ले ली। इसके बाद फ्लैट के सभी ताले बदल दिये गये। फिर न तो कब्जा दिया गया और न ही रजिस्ट्री की गई। सितंबर 2022 में आकाश जैन ने इस संबंध में नंदग्राम थाने में नितिन गर्ग, पत्नी हिमानी गर्ग और मां ममता रानी गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक अधिकारियों के निर्देश पर इस केस की जांच नंदग्राम थाने से ट्रांसफर कर दी गई। जांच में बिल्डर पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई। जिसके बाद शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया और नंदग्राम थाने को सौंप दिया गया है।
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