शिमला: बिलासपुर जिले के कुहमझवाड़ पंचायत के भगौट गांव में बादल फटने (cloudburst) से वीरवार आधी रात बड़ी तबाही मची है। बादल फटने (cloudburst) की इस घटना के बाद पणगेल नाले में एकाएक भारी मात्रा में मलबे के रूप में पत्थर और मिट्टी, पेड़ पानी के साथ बहकर आना शुरू हो गए। तीन बजे के करीब इस गांव में तीन परिवारों के घरों, पशुशालाओं को नुकसान पहुंचा है। इस आपदा में तीन भाईयों के मकानों को नुकसान पहुंचा है और रसोईघर, पशुशाला, पक्के मकान के लगभग चार कमरे, एक आल्टो कार, सात बकरियां और दो भैंसे बह गई हैं।
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घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीएम घुमारवीं राजीव कुमार और पुलिस केे अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए है। यहां पर सड़क किनारे पार्क एक निजी स्कूल बस को भी खासा नुकसान पहुंचा है, जबकि आल्टो कार का अभी तक कोई अता पता नहीं है। बताया जा रहा है कि भगौट गांव से कुछ ही दूरी पर क्षेत्र के त्यूनखास सरकारी स्कूल के साथ में जंगल में बादल फटा (cloudburst) है और उसके बाद भारी मात्रा में मलबा और पानी पणगैल नाले में आ गया। जिससे आधी रात को तीन परिवारों पर मुसीबतों को पहाड़ टूट पड़ा है।
कुहमझवाड़ पंचायत प्रधान रेखा देवी ने बताया कि तीन परिवारों के घरों को खासा नुकसान इस घटना में हुआ है। भगोट गांव निवासी सरवन कुमार के दो पक्के कमरे और आल्टो कार बह गई है। कुलदीप कुमार के रसोइघर बह गया है और मकान के दो कमरे डैमेज हुए है। कुलदीप की पशुशाला नामोनिशान नहीं बचा है। इस पशुशाला में सात बकरिया और दौ भैंस बंधी थी जोकि बह गई है। इसके अलावा निक्कु राम का का मकान तो बच गया है लेकिन पूरी तरह जमीन बह गई है आर मकान को खतरा पैदा हो गया है। भारी मात्रा में मलबे के रूप में पेड़, पत्थर बहकर पनगैल नाल में आए हैं।
प्रशासन के अधिकारी भी सूचना मिलते ही सुबह मौक पर आ गए है। एसडीएम घुमारवीं राजीव कुमार ने शुक्रवार को बताया कि परिवारो के नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है। प्रभावित परिवारों को नियमां के अनुसार मुआवजा भी दिया जाएगा
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