भोपालः राजधानी भोपाल खुफिया एजेंसी (ATS) ने रविवार को बड़ी सफलता मिली है। ATS ने संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश (JMB) के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के ठिकानों से धार्मिक किताबों समेत अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की गई है। पुलिस मुख्यालय द्वारा रविवार शाम को जारी प्रेसनोट में बताया गया कि सूचना मिली थी कि भोपाल के ऐशबाग थाना क्षेत्र में कुछ संदिग्ध व्यक्ति गोपनीयता बरतते हुए संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त हैं। उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश एटीएस टीम ने रविवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे पुलिस बल के साथ संदिग्ध ठिकानों पर दबिश देकर चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
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तैयार कर रहे थे स्लीपर सेल
शुरूआती पूछताछ में संदिग्धों का बांग्लादेश निवासी होना पाया गया है, जोकि भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश (जेबीएम) के सदस्य होकर जेहादी गतिविधियों में संलिप्त थे, जिसके लिए वह एक रिमोट बैस स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे, जिनके माध्यम से भविष्य में गंभीर देशविरोधी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके। गिरफ्तार आरोपितों में फजहर अली उर्फ मेहमूद (32) पुत्र अशरफ इस्लाम, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद (24) पुत्र नूर अहमद शेख, जहूरउदीन उफ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली (28) पुत्र शाहिद पठान और फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन उर्फ हुसैन पुत्र अब्दुल रहमान शामिल है। पुलिस मुख्यालय द्वारा बताया गया कि उक्त आरोपितों के पास से भारी मात्रा में जेहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं, जिससे प्रारम्भिक स्तर पर आरोपितों का जमात–ए–मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश (JMB) का सक्रिय सदस्य होना ज्ञात हुआ है।
आतंकी संगठन जेएमबी पर भारत ने लगाया था प्रतिबंध
उल्लेखनीय है कि जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश (JMB) एक आतंकवादी संगठन है, जिसके द्वारा वर्ष 2005 में बांग्लादेश के 50 शहरों व कस्बों के 300 स्थानों पर लगभग 500 छोटे बम विस्फोट किये गए थे, साथ ही बांग्लादेश में बड़े स्तर पर नरसंहार भी किया गया है। वर्ष 2014 में भारत के पश्चिम बंगाल के वर्धमान में बम ब्लास्ट, जिसमें दो लोग मारे गए थे एवं वर्ष 2018 में बोधगया में बम ब्लास्ट किया गया है। जेएमबी जो कि आतंकवादी संगठन है, जिसके द्वारा की गई उपरोक्त आतंकवादी घटनाओं के चलते वर्ष 2019 में भारत सरकार के द्वारा इसे 05 वर्ष के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया है। प्रतिबंध के पश्चात जेएमबी के सदस्यों के द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बैस स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिनसे भविष्य में आतंकवादी घटनाएं कराई जा सकें। उपरोक्त जेबीएम मॉडयूल ऐसी ही एक स्लीपर सेल का हिस्सा है, जो कोई बड़ी घटना कारित करने की फिराक में था।
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