Bharat Shakti Exercise: भारत की तीनों सेनाओं ने मंगलवार को पश्चिमी सीमा पर भारत-पाकिस्तान सीमा के पास पोखरण फायरिंग रेंज (राजस्थान) में ‘भारत शक्ति’ अभ्यास कर अपनी युद्ध और मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने चार्ली रेंज में बनाए गए दुश्मन के प्रतीकात्मक ठिकानों को स्वदेशी हथियारों से नष्ट करने का अद्भुत प्रदर्शन किया गया। पिनाका रॉकेट ने 17 किलोमीटर तक उड़ान भरी। दूर स्थित लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के स्वदेशीकरण के माध्यम से सशक्तिकरण की शक्ति दिखाई।
तीनों सेनाओं ने मारक क्षमता का किया प्रदर्शन
पोखरण फायरिंग रेंज में करीब एक घंटे तक चले युद्धाभ्यास के लिए 10 से 15 किमी. दुश्मन के प्रतीकात्मक रसद केंद्रों के दायरे में, आतंकवादी ठिकाने, हवाई पट्टियाँ, टैंक और तोपखाने प्रणाली, पुल, ड्रोन, तेल डिपो, कमांड सेंटर बनाए गए। इस हाई वोल्टेज हवाई अभ्यास ‘भारत शक्ति’ में तीनों सेनाओं ने समन्वित तरीके से अपनी स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
एलएचएस प्रचंड ने बमबारी कर दुश्मन के ठिकानों को नष्ट कर दिया। अभ्यास के दौरान, भारत निर्मित हथियार प्रणालियों, अर्जुन टैंक, धनुष होवित्जर, तेजस लड़ाकू विमान और एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों ने अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया।
भारत माता के जयकारों से गूंजा पोखरण
रक्षा क्षेत्र में भारत की ‘आत्मनिर्भरता’ के इस प्रदर्शन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि. कुमार ने भी देखा। जैसे ही त्रि-सेवा लाइव फायर और अभ्यास के रूप में स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन समाप्त हुआ, पोखरण रेंज ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठी।
भारतीय नौसेना के मार्कोस और भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडो ने एक सफल घुसपैठ विरोधी अभियान चलाया, जबकि दूर से संचालित विमान और ड्रोन का उपयोग करके युद्धक्षेत्र की निगरानी की गई। इसके बाद सटीक निशाना लगाने और लक्ष्य को नष्ट करने के लिए लंबी दूरी के हथियारों और आर्टिलरी गन का प्रदर्शन किया गया। स्थिर प्रदर्शन में हथियार पहचान रडार स्वाति ने भी दुश्मन के लक्ष्यों की पहचान करने में भूमिका निभाई। अभ्यास के दौरान भारत निर्मित पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, अर्जुन टैंक, धनुष होवित्जर, तेजस लड़ाकू विमान और एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर के विभिन्न संस्करण तैनात किए गए थे।
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