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सीकर व झुंझुनूं में शुरू होंगे दो वर्चुअल स्कूल, अमेरिका व इंग्लैंड की तर्ज पर होगी पढ़ाई

Two virtual schools will be started in Sikar and Jhunjhunu, studies will be done on the lines of America and England
virtual-schools-in-sikar-and-jhunjhunu-rajasthan झुंझुनूं: जो विद्यार्थी किसी कारणवश स्कूल नहीं जाते, वे अब अमेरिका और इंग्लैंड की तर्ज पर घर बैठे पढ़ाई कर सकेंगे। शेखावाटी के सीकर और झुंझुनूं में दो वर्चुअल स्कूल (online schools in sikar and jhunjhunu) शुरू होंगे। इन वर्चुअल स्कूलों में ऐसे बच्चे पढ़ सकेंगे जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पा रहे हैं या उनके परिजन उन्हें स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में इसकी घोषणा की थी। इन स्कूलों (online schools in sikar and jhunjhunu) में फीस भी तुलनात्मक रूप से कम होगी। बच्चे घर बैठे अपने मोबाइल, टैब, लैपटॉप या कंप्यूटर के जरिए पढ़ाई कर सकेंगे। यहां से वे सवाल भी पूछ सकेंगे। किसी दिन नेट और बिजली न होने के कारण अगर कोई छात्र क्लास नहीं कर पाता है तो दूसरे दिन उसे उस दिन का रिकॉर्डेड वीडियो मिल जाएगा। पढ़ाई पूरी तरह से ऑनलाइन होगी, जबकि प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा के लिए स्कूल जाना होगा। ये भी पढ़ें..बीमार बेटी की दवा लेने जोधपुर जा रहे परिवार की कार बस से टकराई,...

मान्यता प्राप्त होंगे ऑनलाइन स्कूल

यह स्कूल (online schools in sikar and jhunjhunu) शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है। स्कूल में अब नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं होंगी, बाद में बदलाव किया जाएगा। सिर्फ प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा देने के लिए स्कूल आना होगा, जो पढ़ाई सामान्य स्कूलों में होती है वही पढ़ाई इन स्कूलों में ऑनलाइन होगी। 10वीं कक्षा के बाद बच्चे तीनों स्ट्रीम में से अपना पसंदीदा विषय चुन सकेंगे। बच्चों को एक ऐप दिया जाएगा, यहां वे पासवर्ड डालकर पढ़ाई कर सकेंगे। अगर किसी दिन क्लास छूट जाती है तो दूसरे दिन उन्हें ऐप पर रिकॉर्डेड वीडियो और कंटेंट मिल जाएगा।

इसी सत्र से झुंझुनूं में शुरू होगा स्कूल

समग्र शिक्षा अभियान के एपीसी कमलेश कुमार तेतरवाल ने बताया कि झुंझुनूं में इसी सत्र से नये जमाने का स्कूल (online schools in sikar and jhunjhunu) शुरू होगा। ऐसे ही एक स्कूल को सीकर में भी मान्यता मिली है। यह स्कूल शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है। ऐसे स्कूल उन बच्चों के लिए आशा की नई किरण साबित होंगे जो किसी भी कारण से स्कूल नहीं जा पाते हैं। ऐसे स्कूल विदेशों में पहले से ही चल रहे हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)