Friday, November 22, 2024
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सनातन धर्म पर विवादित बयान पर गरमाई सियासत, BJP ने INDIA गठबंधन को बताया हिन्दू विरोधी

Udhayanidhi-Stalin

नई दिल्लीः तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इंडिया अलायंस पर निशाना साधा है। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की चुप्पी बेहद शर्मनाक है।

स्पष्ट है कि अहंकारी विपक्षी गठबंधन (सभी दलों) का यह पूरा जमावड़ा वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदू हितों और हिंदू धर्म की उपेक्षा करता है और भविष्य में भी ऐसा करता रहेगा, क्योंकि उनकी मूल सोच ही हिंदू विरोधी है। तमिलनाडु सरकार में मंत्री और स्टालिन के बेटे उदयन स्टालिन ने अपने बयान में कहा था कि कुछ व्यवस्थाएं ऐसी हैं जिनका न होना ही बेहतर माना जाता है। सनातन धर्म उनमें से एक है। सनातन धर्म डेंगू और मलेरिया की तरह है, जिसे ख़त्म करना ज़रूरी है। उनके इस बयान पर जब हंगामा बढ़ा तो उन्होंने सफाई भी दी थी।

ये भी पढ़ें..उदयनिधि स्टालिन के बयान का स्वामी प्रसाद ने किया समर्थन, बोले-बीजेपी को दर्द क्यों..

वहीं राज्यसभा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा ने कहा है कि डीएमके नेता उदयनिधि (Udhayanidhi Stalin) का हिंदू धर्म को मिटाने को लेकर दिया गया बयान हिंदू धर्म और संस्कृति पर हमले का ऐलान है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं वे चुनावी राजनीति को ध्यान में रखकर देश की एकता और अखंडता को तोड़ रहे हैं। सोमवार को अपने गृह जिला बेगुसराय में प्रो। राकेश सिन्हा ने कहा कि यह हिंसा की भाषा है। जिस बयान से करोड़ों लोग आहत हो रहे हैं। स्टालिन के बेटे उदयनिधि और डीएमके पार्टी के लोग सनातन का मतलब नहीं समझते। अगस्त मुनि ने तमिल संस्कृति की आधारशिला रखी थी। भगवान शिव ने स्वयं अगस्त मुनि को तमिल सिखाई और फिर तमिल संस्कृति का प्रचार-प्रसार हुआ।

उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ हिंदू समाज और संस्कृति पर ही नहीं बल्कि तमिल पर भी है। आंतरिक अंतर्विरोधों के शिकार अहंकारी गठबंधन के सभी लोग प्रधानमंत्री पद पाने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये मजबूरी से बना गठबंधन है, इसमें कोई सहमति नहीं, कोई भविष्य की योजना नहीं, किसी का दिल नहीं मिलता। दिलों को जोड़े बिना पार्टियों का मिलना घातक है। यह उन लोगों के लिए भी घातक है।

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