जम्मू: Shiv Sena (UBT) जम्मू-कश्मीर इकाई ने कटड़ा के ताराकोट में रोपवे परियोजना को लेकर तीर्थयात्रा मार्ग पर स्थानीय व्यापारियों और घोड़ा-टट्टू सेवा संचालकों द्वारा घोषित चार दिवसीय हड़ताल को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
लोगों से न छीने जाएं उनके रोजगारः Shiv Sena
इसके साथ ही श्राइन बोर्ड से अपील की है कि सुविधाओं की होड़ में श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा का स्वरूप खराब न किया जाए और हजारों लोगों के व्यापार व रोजगार को प्रभावित होने से बचाया जाए। शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रधान मनीष साहनी ने कहा कि वह विकास व सुविधाओं के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर इससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं और स्थानीय व्यापारियों व रोजगार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है तो वह इसके खिलाफ खड़े होंगे।
पूरी तरह से खराब हो जाएगा यात्रा का स्वरूप
उन्होंने कहा कि ताराकोट मार्ग को कटड़ा व मुख्य बाजार से अलग करने से स्थानीय व यात्रा मार्ग के दुकानदारों, टट्टू व घोड़ा मालिकों का व्यापार प्रभावित होना तय है। इससे माता वैष्णोदेवी यात्रा का स्वरूप पूरी तरह से खराब हो जाएगा। रोपवे से श्री माता वैष्णोदेवी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को पवित्र बाणगंगा, चरण पादुका, अर्धकुंवारी, गर्भजून के दर्शन से वंचित रहना पड़ेगा।
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इससे पहले भी रेल व सड़क मार्ग के विकास के कारण जम्मू के मुख्य मंदिर, नगरोटा के कोल कंडोली (श्री माता वैष्णोदेवी यात्रा का प्रथम दर्शन), देवा माई (द्वितीय दर्शन) प्रभावित हुए हैं। साहनी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जो श्राइन बोर्ड के चेयरमैन हैं, से मांग की है कि स्थानीय लोगों की धार्मिक आस्था, यात्रा की प्रकृति व व्यवसाय को ध्यान में रखते हुए चरण पादुका के बाद मुख्य मार्ग पर अर्धकुंवारी में प्रथम पड़ाव वाले रोपवे प्रोजेक्ट को रद्द किया जाए। इस अवसर पर महासचिव विकास बख्शी, उपाध्यक्ष राजेश ज्यादल आदि मौजूद रहे।
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