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Rajasthan: दीपावली की आतिशबाजी ने छीनी 13 लोगों की आंखों की रोशनी

deepawali-2023
deepawali-2023 Rajasthan, जयपुर: पिछले तीन दिनों में दिवाली के मौके पर हुई आतिशबाजी के दौरान 11 बच्चों समेत 13 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई। दिवाली पर पटाखे जलाते समय जयपुर, झुंझुनू और भरतपुर सहित राजस्थान के कई शहरों में 10 बच्चों सहित कुल 13 लोगों की कम से कम एक आंख की रोशनी चली गई। डॉक्टरों ने यह जानकारी दी। यह आंकड़े यहां सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के नेत्र विभाग में तीन दिवसीय सर्जरी के बाद सामने आए, जिसमें मरीजों के कॉर्निया और रेटिना को नुकसान हुआ था।

तीन दिन में 40 मामले आए सामने

डॉक्टरों के मुताबिक झुंझुनू के एक बच्चे की दोनों आंखों की रोशनी चली गई है, जबकि 12 अन्य ऐसे हैं जिनकी एक आंख की रोशनी चली गई है। एसएमएस अस्पताल में नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. पंकज शर्मा ने कहा, "तीन दिन (शनिवार से सोमवार) में 40 मामले सामने आए हैं। इनमें से करीब 25 मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। 13 बड़ी सर्जरी की गईं।" 12 लोगों की एक आंख की रोशनी चली गई। वहीं, एक मामला झुंझुनू से रेफर किया गया था, जहां बम सेट करते समय घायल हुए एक बच्चे की दोनों आंखों की सर्जरी करनी पड़ी। ऑपरेशन के दौरान पता चला कि उनकी बायीं आंख पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जबकि दाहिनी आंख को बचाने के लिए ऑपरेशन किया गया। डॉक्टर के मुताबिक पटाखों से लोग दो तरह से घायल होते हैं- एक तो पटाखे का एक हिस्सा गोली की तरह निकलकर लोगों को लगता है और दूसरा बारूद के कारण जलने से होता है।

सभी बच्चों की उम्र 15 साल से भी कम

उन्होंने कहा, अगर कोई बम बहुत करीब से फटता है तो बारूद आंखों में चला जाता है। 'अनार' फटने का मामला भी सामने आया है, जिससे आंख का कॉर्निया जल गया। 13 मरीजों में से 10 बच्चे हैं। इनकी उम्र 15 साल से कम है। तीन वयस्क हैं। इन सभी को गंभीर चोटें आई हैं। एक या दो को छोड़कर, दृष्टि वापस लाना मुश्किल है। हमने आंखों की संरचना को संरक्षित करने के लिए ऑपरेशन किए हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)