विशेष उत्तर प्रदेश Featured क्राइम

पीयूष जैन के खिलाफ छापे की कार्रवाई पूरी, जानें 4 ट्रकों ने कैसे पहुंचाया 'कुबेर' के खजाने तक

piyush1
पीयूष जैन

नई दिल्लीः 22 दिसंबर को शुरू हुई धन कुबेर इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ छापेमारी आखिर कर समाप्त हो गई है। बुधवार को पूरी हुई तलाशी के दौरान कई अहम दस्तावेज, भारी मात्रा में नकदी, सोना और अन्य कीमती सामग्री बरामद की गई। बुधवार सुबह पीयूष जैन के बेटे प्रत्यूष जैन को घर में ताला लगाकर डीजीजीआई की टीम के साथ जाते देखा गया। डीजीजीआई के अतिरिक्त निदेशक जाकिर हुसैन ने कहा कि उन्होंने सोने और अन्य चीजों के अलावा 19 करोड़ रुपये नकद और बरामद किए हैं। टीम पिछले आठ दिनों से कन्नौज के छीपाटी मोहल्ला स्थित जैन के आवास पर थी।

ये भी पढ़ें..ट्विंकल के बर्थडे पर अक्षय कुमार ने शेयर की बेहद रोमांटिक तस्वीर, कहा-आप मेरे साथ है..

छापेमारी में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद

बता दें कि 22 दिसंबर से इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित घरों में शुरू हुई इनकम टैक्स की छापेमारी में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद हुआ है। इसके अलावा करोड़ों रुपये का सोना, चांदी और चंदन का तेल मिला है। फिलहाल छापेमारी समाप्त हो गई है। अधिकारी ने कहा कि यह पीयूष जैन का घर है। यह कुछ दिनों के लिए बंद रहेगा। उनके बेटे प्रत्यूष ने घर में ताला लगा दिया और उनके पास चाबी है। फिलहाल हम उसे ले जा रहे हैं और घर से बरामद वस्तुओं का पंचनामा बनाकर उसे मुक्त कर देंगे।

गौरतलब है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों और 20 नोट गिनने वाली मशीनों की मदद से पिछले पांच दिनों से नोटों की गिनती चल रही थी। नोटों को बड़े डिब्बों में डालकर टीम ने सील कर दिया। पैसे को एसबीआई शाखा में ले जाने के लिए वित्तीय खुफिया टीमों को अतिरिक्त मजदूरों और एक ट्रक की मदद लेनी पड़ी। उनके घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस को बुलाया गया था।

डीजीजीआई के एक अधिकारी ने कहा कि आखिरकार छापेमारी समाप्त हो गई है और हमें राहत मिली है। अब, हम मामले से संबंधित दस्तावेज तैयार करने में व्यस्त होंगे, जिनमें से कुछ संबंधित अदालतों के समक्ष विभिन्न एजेंसियों के साथ प्रस्तुत किए जाएंगे। एक रिपोर्ट सरकार को भी दिए जाने की संभावना है।

फैक्ट्री से बाहर निकले 4 ट्रकों ने कुबेर के खाजने तक पहुंचाया

दरअसल पीयूष जैन की अकूत संपत्ति जीएसटी इंटेलिजेंस के रडार में आने के पीछे एक पान मसाला कंपनी को परफ्यूम की सप्लाई रही। पूरा वाकया शुरू हुआ मेसर्स गणपति रोड कैरियर्स द्वारा संचालित 4 ट्रकों से। आइए जानते हैं जीएसटी चोरी और छापेमारी का पूरा खेल और कैसे अधिकारियों के हाथ पीयूष जैन के गिरेबां तक पहुंचे। सूत्रों की माने तो कर अधिकारियों के पास सूचना थी कि शिखर पान मसाला बनाने वाली कंपनी त्रिमूर्ति फ्रैग्रेंस प्राइवेट लिमिटेड के पान मसाला और तंबाकू उत्‍पाद लागू कर के भुगतान के बिना ही ट्रान्सपोर्ट रहे हैं। ट्रांसपोर्टर सामान की ढुलाई के दौरान ई-वे बिल से बचने के लिए ऐसी कंपनियों के नाम पर कई इनवॉइस का इस्तेमाल करता था, जो सभी 50,000 रुपये से कम के होते थे। ट्रांसपोर्टर इस गैर कानूनी सप्लाई की बिक्री से मिली धनराशि को नकद में ले रहा था और अपना कमीशन काटने के बाद विनिर्माता को सौंप रहा था।

आयकर

​ऐसे शुरू हुई पीयूष जैन के खिलाफ कार्रवाई

अधिकारियों ने शुरुआत में पान मसाला मैन्युफैक्चरर की फैक्ट्री परिसर के बाहर बिना इनवॉइस और ई-वे बिलों के फैक्ट्री से बाहर निकले ऐसे 4 ट्रकों को सफलतापूर्वक पकड़ा और सीज कर लिया। इससे उन्हें मिली टिप की पुष्टि हो गई।इसके बाद जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की अहमदाबाद इकाई ने 22.12.2021 कानपुर में शिखर ब्रांड पान मसाला एवं तंबाकू उत्पादों के निर्माताओं के कारखाना परिसरों; मेसर्स गणपति रोड कैरियर्स, ट्रांसपोर्ट नगर, कानपुर के कार्यालय/गोदामों, और मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज के कानपुर एवं कन्नौज स्थित आवासीय/कारखाना परिसरों में तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान खुलासा हुआ की जीएसटी भुगतान के बिना सामान को बाहर भेजा गया था। हालांकि शिखर ब्रांड पान मसाला/तंबाकू उत्पादों के निर्माताओं ने अपनी कर देनदारी के रूप में 3.09 करोड़ रुपये की रकम जमा की है।

​धन कुबेर पीयूष जैन का रोल

दरअसल पीयूष जैन की साझेदारी वाली कंपनी मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज, परफ्यूमरी कंपाउंड्स की आपूर्तिकर्ता है। यह कंपनी शिखर पान मसालाको भी परफ्यूमरी कंपाउंड्स की सप्लाई करती थी। मेसर्स ओडोकेम इंडस्ट्रीज के कानपुर एवं कन्नौज स्थित आवासीय/कारखाना परिसरों में भी आयकर के छापे पड़े और पीयूष जैन के यहां से बेशुमार नकदी और सोना हाथ लगे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)