Parliament Session, नई दिल्लीः लोकसभा में शुक्रवार यानी आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा नहीं थी। लेकिन NEET पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बार-बार अनुरोध के बावजूद विपक्ष का हंगामा और नारेबाजी जारी रही, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा की अगली बैठक अब एक जुलाई को सुबह 11 बजे होगी।
विपक्ष ने NEET मुद्दे पर किया जोरदार हंगामा
बता दें कि दोपहर 12 बजे जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, विपक्षी दलों ने नीट पर चर्चा की मांग को लेकर फिर नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच एक सदस्य के शपथ ग्रहण के बाद वे शांत हुए, इस दौरान पश्चिम बंगाल से नवनिर्वाचित टीएमसी सांसद एसके नूरुल इस्लाम ने संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। इसके बाद अध्यक्ष ने कार्यवाही आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का नाम पुकारा, लेकिन विपक्षी सांसद वेल में आकर नीट पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे।
किरेन रिजिजू ने विपक्ष को दिया आश्वासन
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी खड़े होकर कहा कि संसद के इतिहास में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान किसी अन्य विषय पर चर्चा करने की परंपरा नहीं है। वह कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के व्यवहार की निंदा करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जो भी मुद्दे उठाए जाएंगे, सरकार उन सभी का जवाब देने के लिए तैयार है।
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लेकिन विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री दोनों की बातों को अनसुना कर दिया और हंगामा जारी रखा। सदन में हंगामा और नारेबाजी जारी रहने पर लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 1 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी से किया आग्रह
इससे पहले विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी नीट पर चर्चा की मांग की और सदन में कहा कि नीट पर चर्चा के जरिए वह सरकार और विपक्ष की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते हैं। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्थगन प्रस्ताव के नोटिस नहीं लिए जाते। उन्होंने राहुल गांधी से संसदीय प्रणाली का पालन करने का आग्रह करते हुए कहा कि आप विपक्ष के नेता हैं और इसलिए आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप संसदीय प्रणाली का पालन करेंगे।