UP: हवाला कारोबार का गढ़ बनता रहा यह शहर, दो बड़े रैकेट का हुआ भंडाफोड़

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नोएडाः हाईटेक सिटी नोएडा में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई हवाला रैकेट (hawala business) पिछले कुछ महीनों में नोएडा में सामने आए हैं। हाईटेक सिटी में बढ़ते कारोबार के साथ हवाला कारोबार का नेटवर्क भी बढ़ता जा रहा है। नोएडा पुलिस ने एक साल में ऐसे तीन से चार बड़े हवाला रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इनसे जांच में पता चला है कि नोएडा में ब्लैक मनी को व्हाइट में बदलने की डील लगातार हो रही है और हवाला (hawala business) का नया मॉड्यूल भी काम कर रहा है। नोएडा की कई बड़ी शेल कंपनियां CSR फंड का पैसा डालने का काल खेल खेल रही हैं।

एक हफ्ते में दो हवाला रैकेट का भंडाफोड़

नोएडा पुलिस कमिश्नरेट ने पिछले एक हफ्ते के दौरान 2 हवाला रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इनमें से एक का संबंध जयपुर से था। इसमें 10 लाख मिले हैं। हालांकि यह सिर्फ टोकन मनी थी और डील तीन करोड़ की होनी थी। दूसरे का पटना कनेक्शन है। इसमें 50 लाख रुपए मिले हैं। इससे पहले भी कोतवाली सेक्टर 58 पुलिस ने गुजरात, दिल्ली और मुंबई के हवाला कारोबारियों से 3 करोड़ से ज्यादा की रकम जब्त की थी. इस गिरोह के आरोपी सीएसआर फंड (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) में हेराफेरी कर काले धन को सफेद धन में बदलने का खेल खेल रहे थे।

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गौरतलब है कि सीएसआर फंड के तहत देश-विदेश की कंपनियों को सरकार की ओर से सामाजिक कार्यों के लिए एक निश्चित राशि देनी होती है। सीएसआर के तहत बड़ी कंपनियों को इसके लिए करोड़ों रुपए चुकाने पड़ते हैं। ऐसे में आरोपी एक बड़ी कंपनी के मालिकों से संपर्क कर उनके सीएसआर फंड का एक हिस्सा उनकी फर्जी कंपनी में डाल देते हैं और सामाजिक कार्यों में खर्च किए गए उनके पैसे को दिखाकर नकदी को काले से सफेद कर देते हैं।

33 प्रतिशत कमीशन के साथ दे रहे थे फैश

सीएसआर फंड के जरिए कई बड़ी कंपनियां अपनी बैलेंस शीट में इसका इस्तेमाल भी दिखाती हैं और उन्हें टैक्स में छूट भी मिलती है। साथ ही वह इन सीएसआर फंड के जरिए अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की बात करती हैं। कई बड़ी कंपनियां जगह-जगह सीएसआर फंड के जरिए लोगों की मदद का काम करती हैं। गिरफ्तार आरोपी देश-विदेश की कई कंपनियों के सीएसआर फंड को अपनी शेल कंपनियों में 33 फीसदी कमीशन पर लेकर कैश दे रहे थे। पकड़े गए सभी गिरोह इसी मॉडल पर काम करते हैं।

जब भी किसी हवाला कारोबार के रैकेट का भंडाफोड़ होता है, देश भर की अलग-अलग एजेंसियां, चाहे वह आईबी हो या ईडी, उसकी जांच में जुट जाती हैं। नोएडा से गिरफ्तार हवाला मामले की जांच में न सिर्फ आयकर विभाग बल्कि आईबी और ईडी की टीमें भी शामिल हो गई हैं। कई एजेंसियों की जांच में यह बात भी सामने आई है कि नोएडा में हवाला का कारोबार बढ़ गया है और नोएडा तेजी से हवाला कारोबार का नया हब बनता जा रहा है।

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