अशोक नगर: कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने एक बार फिर दोहराया है कि राज्य में कांग्रेस के उम्मीदवार सर्वे के आधार पर ही तय होंगे, कोई पैराशूट वाला नहीं होगा। मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले पहुंचे कमल नाथ से जब पत्रकारों ने कांग्रेस की उम्मीदवारी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, जो लोग दूसरे दलों से कांग्रेस में आ रहे हैं, उनके लिए तब तक कोई पैराशूट नहीं होगा, जब तक स्थानीय संगठन उन्हें स्वीकार नहीं कर लेता। कोई नहीं आता।
भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा
अभी शामिल हुए लोगों के साथ हमारा स्थानीय संगठन भी मंच पर बैठा था। स्थानीय संगठन को पहले उन्हें स्वीकार करना होगा। किसी भी पैराशूट से टिकट नहीं मिलेगा। हमने टिकट के लिए सर्वे कराया है। अब कांग्रेस कमेटी ने सर्वे कराया है, उसी के अनुसार टिकट दिए जाएंगे। प्रदेश के मौजूदा हालात का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा, प्रदेश की तस्वीर हमारे सामने है, भ्रष्टाचार का स्तर क्या है, यह ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है। आज भ्रष्टाचार का क्या रिकॉर्ड है? घोटालों का क्या रिकार्ड है, ये घोटालों की सरकार, भ्रष्टाचार की सरकार, झूठ की सरकार आज मध्य प्रदेश में मौजूद है। आम जनता इस बात को समझ और पहचान चुकी है।
आज मध्य प्रदेश का हर वर्ग परेशान है, चाहे वह हमारा युवा हो, किसान हो, छोटे व्यापारी हों। अगर हम अस्पतालों की बात करें तो अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं, स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, कहीं तार नहीं हैं और तारों में बिजली नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीना आकर सनातन को लेकर भारत गठबंधन पर हमला बोला था। इस सवाल पर कमलनाथ ने कहा, हम सभी सनातन धर्म को स्वीकार करते हैं। ये बात किसी को कहने की जरूरत नहीं है। हमारा देश भी सनातन धर्म का देश है, यहां अन्य धर्म भी हैं, लेकिन सनातन धर्म यह नहीं सिखाता कि दूसरे धर्मों से दूर रहना चाहिए।
सिंधिया का भविष्य बीजेपी करेगी तय-कमलनाथ
जब उनसे कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अब सिंधिया भारतीय जनता पार्टी में हैं और वही उनका भविष्य तय करेंगे। उन्होंने अपना भविष्य तय कर लिया है, अब अगर वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं तो बीजेपी ही उनका भविष्य तय करेगी। जब कमलनाथ से राज्य सरकार द्वारा लगातार की जा रही घोषणाओं को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पिछले चार-पांच महीने से जब से शिवराज सिंह चौहान ने घोषणाएं करना शुरू किया है, घोषणा मशीन दोगुनी गति से चल रही है। उनकी झूठ की मशीन भी दोगुनी गति से चल रही है। 18 साल बाद उन्हें अपनी बहनों की याद आई, 18 साल बाद उन्हें अपने कर्मचारियों की याद आई, 18 साल बाद उन्हें युवाओं की याद आई। आज मध्य प्रदेश पर 3 लाख 30 करोड़ रुपये का कर्ज है। उन्होंने इस ऋण का क्या उपयोग किया? उन्होंने बड़े-बड़े ठेके दिए और एडवांस लेकर अपना कमीशन निकाला, लेकिन क्या 3 लाख 30 करोड़ रुपये के इस लोन से हमारे आउटसोर्सर्स को कोई फायदा हुआ? क्या हमारे कॉन्ट्रैक्ट वालों को फायदा हुआ? क्या हमारी आशा बहनों को फायदा हुआ? क्या यहां का कॉलेज ठप है, जो घोषणा की गई थी, क्या उसका फायदा हुआ? तो ये संस्कृति तो शिवराज सिंह चौहान ने शुरू की है।
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