महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी, लगे राष्ट्रपति शासन, बोले उद्धव ठाकरे

Uddhav Thackeray
Maharashtra Politics: शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। राजनेताओं पर हमले के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए राज्य सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। उद्धव ने कहा कि वह ऐसी मांग लेकर राज्यपाल के पास नहीं जाएंगे, क्योंकि उन्हें राज्यपाल पद पर भरोसा नहीं रह गया है, इसलिए वह पत्रकारों के सामने ऐसी मांग कर रहे हैं।

अभिषेक घोसालकर हत्याकांड पर क्या बोले उद्धव

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने दहिसर में अभिषेक घोसालकर हत्याकांड की जांच में तथ्य छिपाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में केवल अभिषेक को गोली मारने का सीसीटीवी फुटेज दिखाया जा रहा है, जबकि शूटर और मॉरिस नोरोन्हा के आत्महत्या करने का सीसीटीवी फुटेज जानबूझकर नहीं दिखाया जा रहा है। इसलिए इन दोनों की हत्या किये जाने की आशंका को बल मिल रहा है। यह भी पढ़ें-कर्नाटक में ईडी का एक्शन, कांग्रेस विधायक नारा भरत रेड्डी के कई ठिकानों पर छापा

गुंडों-बदमाशों को सरकारी संरक्षण दिया जा रहा-पूर्व सीएम

पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि राज्य में गुंडों और बदमाशों को सरकारी संरक्षण दिया जा रहा है और उन्हें पुलिस संरक्षण भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कल्याण में गणपत गायकवाड़ की हत्या, जलगांव में पूर्व बीजेपी पार्षद की हत्या और दहिसर में अभिषेक की हत्या इसी का नतीजा है। उन्होंने दहिसर में अभिषेक घोसालकर पर हुई फायरिंग के बाद उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस की प्रतिक्रिया पर भी जमकर निशाना साधा है। उद्धव ने कहा कि उस समय फड़णवीस ने कहा था कि अगर स्वान भी कार के नीचे आएंगे तो विपक्ष गृह मंत्री का इस्तीफा मांगेगा। उद्धव ने कहा कि कुत्ते को हंस कहने से कोई व्यक्ति संस्कारी नहीं हो जाता। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)