प्रदेश हरियाणा

बुआई के बगैर फसलों का ब्यौरा कैसे देंगे किसान, बीकेयू अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

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चंडीगढ़ः हरियाणा सरकार के 'मेरी फसल-मेरा ब्यौरा' पोर्टल को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने आपत्ति दर्ज की है। बीकेयू का तर्क है कि सरकार द्वारा जब पोर्टल को बंद किया जाएगा तब तक आधे से ज्यादा किसान फसल की बुआई नहीं कर पाए होंगे।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखे पत्र में बीकेयू प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल 31 दिसंबर तक रबी की फसलों (गेंहू, सरसों, चना, जौ, सूरजमुखी एंव फल फूल व सब्जियों इत्यादि) के पंजीकरण के लिए एक बार पुन: खोल दिया गया है। इस समय पोर्टल पर जो फसलें दर्शाई गई हैं, उनमें से कई फसलों की बुआई अभी होनी है और बुआई से पूर्व किसान किस आधार पर ब्यौरा दर्ज कर सकता है। किसान गेंहू की फसल कच्चे आलू व गन्ने का मुंढ्ढा की फसल लेने के उपरांत 26 जनवरी तक बुआई करता है। इसी प्रकार सरसों के बाद भी कई किसान सूरजमुखी की बुआई करते हैं।

सूरजमुखी की फसल जनवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू होकर फरवरी के अंत और विलम्ब से बुआई मार्च के पहले सप्ताह तक होनी है। बिना बुआई किए किसान अभी से किस आधार पर अपनी फसल का ब्यौरा दर्ज करवा सकता है।

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अब 31 दिसंबर को अधिकारी पोर्टल बंद कर देंगे और सरकार ने फसल का ब्यौरा अनिवार्य किया हुआ है फिर किसान फसल बुआई उपरांत अपनी फसल बेचने के लिए पोर्टल खुलवाने की मांग करेगा और तब किसानों को मजबूरी वश आंदोलन करना पड़ेगा। चढूनी ने कहा कि प्रदेश सरकार पोर्टल को शुरू करने तथा बंद करने के कार्यक्रम पर पुनर्विचार करके दोबारा खोले।

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