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फेसबुक और व्हाट्सएप से लोग हो रहे हनी ट्रैप का शिकार, थोड़ी सी सावधानी बरत कर ठगी से बचें

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लखनऊः आज के दौर में जिस तरह तेजी से तकनीक लोगों के काम को आसान बना रही है, उसी तरह ठगी व जालसाजी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। थोड़ी सी असावधानी बरतने पर लोग अपने लाखों रूपए गंवा दे रहे हैं। अब सूचनाओं व खबरों के लिए प्रयोग किए जाने वाले सोशल मीडिया के जरिए भी साइबर अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, ऐसे में लोगों को बेहद सावधानी से इनका इस्तेमाल करना चाहिए।

अपराध करने का तरीका -

फर्जी व्हाट्सएप या फेसबुक अकाउंट बनाकर -

इस प्रकार के मामलों में अपराधियों द्वारा फर्जी व्हाट्सएप या फेसबुक अकाउंट बनाकर लड़की का प्रोफाइल फोटो लगाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने के बाद मैसेंजर से प्राइवेट चैट करना शुरू करते हैं तथा व्हाट्सएप नम्बर मांग लेते हैं। नम्बर मिलने के बाद लड़की द्वारा फेसबुक मैसेंजर या व्हाट्सएप मैसेंजर के माध्यम से वीडियो कॉल भी की जाती है। धीरे-धीरे यह सिलसिला अंतरंग बातों तक पहंुच जाता है और वीडियो कॉल में सामने वाली लड़की द्वारा स्क्रीन रिकाॅर्डर के माध्यम से अपना व पीड़ित का अश्लील वीडियो बना लिया जाता है। कॉल समाप्त होने के बाद वही वीडियो पीड़ित के मोबाइल पर भेजकर ऑनलाइन प्लेटफाॅर्म पर वायरल करने की धमकी देकर पैसे की मांग की जाती है। अगर अभी भी पीड़ित पैसे देने से इनकार करता है तो यह ठग पैसे वसूलने के लिए क्राइम ब्रांच अधिकारी, सीबीआई अधिकारी, यूट्यूब अधिकारी बनकर पीड़ित को धमकाया जाता है। जिसके डर से लोग पैसे दे देते हैं।

अश्लील साइट पर ऑनलाइन चैट करके -

इसके अलावा एक और तरीके से हनी ट्रैप में ये ठग लोगों को फंसा रहे हैं। इस तरीके में यह अपराधी उन लोगों को अपना शिकार बनाते हैं, जो इंटरनेट पर एडल्ट साइट देखने के शौकीन होते हैं। अपराधियों द्वारा एडल्ट साइट्स पर ऑनलाइन वीडियो चैट करने का ऑप्शन लोगों को दिया जाता है। पीड़ित द्वारा झांसे में आने पर वीडियो चैट एक्सेप्ट कर लिया जाता है, जिसके बाद अपराधी द्वारा पीड़ित का अश्लील वीडियो बना लिया जाता है। इसके बाद वीडियो ऑनलाइन प्लेटफार्म पर पोस्ट करने की धमकी देकर पैसे वसूले जाते हैं।

मैट्रीमोनियल साइट्स पर वीडियो चैट करके -

जालसाज एक और तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। मैट्रीमोनियल साइट्स पर शादी के नाम पर दोस्ती की जाती है और आपस में चैट के माध्यम से बातें की जाती है। जब अपराधी पीड़ित को विश्वास में ले लेता है, तो उसके बाद वीडियो मैसेंजर एप के द्वारा वीडियो कॉल करके पीड़ित का अश्लील वीडियो बना लिया जाता है। जिसके बाद धमकी देकर पैसे की मांग की जाती है।

ये बरतें सावधानियां -

  • अनजान व्यक्तियों का फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। इसके साथ ही अपने फेसबुक प्रोफाइल को लॉक करके रखें।
  • अनजान नम्बरों से आने वाली वीडियो कॉल स्वीकार न करें। यदि किसी कारणवश कॉल रिसीव करना आवश्यक हो, तो पहले कैमरे को ढक कर यह जांच लें कि सामने वाला व्यक्ति आपका जानने वाला है या नहीं।
  • अपने खाते से सम्बन्धित गोपनीय जानकारी जैसे खाता नम्बर, सीआईएफ नम्बर, एटीएम कार्ड नम्बर, एटीएम पिन, सीवीवी नम्बर, डेट ऑफ एक्सपायरी और ओटीपी किसी को भी किसी भी परिस्थिति में न दें।
  • किसी अनजान लिंक पर क्लिक करें।
  • एडल्ट साइट्स पर विजिट न करें और न ही अश्लील वीडियो चैट का अनुरोध स्वीकार करें।
  • मैट्रीमोनियल साइट्स पर वीडियो चैट/कॉल करने में सावधानी बरतें। - किसी भी प्रकार का अश्लील चैट न करें। साइबर अपराधियों के झांसे में न आएं और उनके धमकाने पर पैसे न भेजें।
  • साइबर वित्तीय फ्रॉड हो जाने पर तत्काल 1930 पर कॉल करें अथवा साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें।

हनी ट्रैप के मामले -

केस संख्या एक- अमरोहा के रहने वाले मुजम्मिल के अनुसार कुछ दिन पूर्व मोबाइल पर एक महिला का काॅल आया। बातों ही बातों में उससे मित्रता हो गई। 14 जुलाई को दोपहर एक बजे महिला ने मुजम्मिल को मिलने के लिए आदमपुर अड्डे के पास बुलाया। मुजम्मिल को वहां पर महिला मिल गई। उसके पास एक वैन खड़ी थी। आरोप है कि वैन में बैठे चार लोगों ने खींच कर वैन में बैठा लिया और आदमपुर थाना क्षेत्र के दड़ियाल के जंगलों में खेत में बने कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया। यहां पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। ऐसा न करने पर महिला संबंधी अपराध में फंसाने की धमकी दी गई।

केस संख्या दो- सहारनपुर में 28 मई 2022 को एक प्रॉपर्टी डीलर ने एसएसपी को तहरीर दी। उसने बताया कि उसके बेटे को एक युवती ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रेम जाल में फंसा कर पैसों की डिमांड की है। अब डिमांड पूरी न होने पर अश्लील वीडियो अपलोड करने की धमकी दे रही है, जिसके बाद डरे हुए बेटे ने उन्हें अपनी सारी बात बताई। आरोप है कि मुस्कान ने 8,00,000 मांगे थे, जिस पर कुछ पैसे दिए भी गए थे। फिलहाल मुस्कान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह का एक सदस्य अभी भी फरार चल रहा है।

केस संख्या तीन- बांदा के रहने वाले शैलेश जड़िया के भाई इंद्रेश ने बताया कि साल 2018 से एक महिला कुछ लोगों के साथ मिलकर शैलेश को ब्लैकमेल कर रही थी। ये लोग शैलेश को ये कहकर ब्लैकमेल करते थे कि उन्होंने शैलेश की एक आपत्तिजनक वीडियो बना ली है और अगर शैलेश उनको पैसे नहीं देंगे तो वे ये वीडियो उसके परिजनों को दिखा देंगे। इस वजह से शैलेश लंबे समय से उनको पैसे देते रहे, अंत में शैलेश ने आत्महत्या कर ली।

- पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट