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कोरोना से जान गंवाने वाले इन 28 योद्धाओं के परिवार को एक-एक करोड़ की सम्मान राशि देगी दिल्ली सरकार

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नई दिल्लीः दिल्ली सरकार कोरोना महामारी से संक्रमित होकर अपनी जान गंवाने वाले 28 योद्धओं के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देगी। इससे पहले भी दिल्ली सरकार ने 31 कोरोना योद्धाओं के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दे चुकी है। मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। बैठक में परिवहन व राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत भी शामिल रहे।

इन दिवंगत कोरोना योद्धाओं के परिवारों को मिलेगी सम्मान राशि

-गणेश शाह, ऑपरेशन थिएटर अस्सिस्टेंट, जीटीबी अस्पताल

जीटीबी अस्पताल में बतौर ओ.टी. अस्सिस्टेंट कार्यरत गणेश साह महामारी के चरम पर होने पर भी कोरोना संक्रमित मरीजों रोगियों की सेवा की। वह एनेस्थिसियोलॉजी विभाग में गम्भीर कोरोना रोगियों के साथ 'रेड ज़ोन' क्षेत्र में ड्यूटी करते थे। रेड जोन में मरीजों की सेवा करते हुए वह स्वयं संक्रमित हो गए और 6 मई, 2021 को संक्रमण से उसकी मौत हो गई।

-प्रेम बाबू, ऑपरेशन थिएटर अस्सिस्टेंट, जीटीबी अस्पताल

प्रेम बाबू जीटीबी अस्पताल में एक समर्पित ओटी स्टाफ थे, जो अस्पताल के 'रेड जोन' में महामारी के दौरान गम्भीर कोरोना रोगियों की सेवा कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए और 12 दिनों तक जीवन की कठिन लड़ाई लड़ने के बाद उनकी मृत्यु हो गई।

-सतिंदर हंस, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल

दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर सतिंदर हंस का भी अस्पताल में ड्यूटी करते हुए संक्रमित होने के बाद निधन हो गया।

-डॉ. भूपिंदर गुप्ता, प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन, उत्तरी डीएमसी मेडिकल कॉलेज व हिन्दूराव अस्पताल

कोरोना के दौरान हिंदू राव अस्पताल को कोरोना अस्पताल घोषित किया गया। कोरोना के दौरान डॉ. भूपिंदर गुप्ता अस्पताल में गम्भीर रूप से बीमार कोरोना रोगियों की लगातार सेवा कर रहे थे और रोगियों की देखभाल के दौरान वायरस से संक्रमित हो गए तथा उनका देहांत हो गया।

-डॉ. नेजम आलम, जीडीएमओ -II, दक्षिणी डीएमसी

गम्भीर रूप से बीमार कोरोना रोगियों की सेवा के लिए, डॉ. नेजम आलम को एम एंड सीडब्ल्यू केंद्र, रंगपुरी पहाड़ी (महिपालपुर) में एक मोबाइल वैन और एमयू 12 के सभी कर्मचारियों के साथ कोरोना से सम्बंधित कार्यों की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था। उन्हें कन्टेनमेंट जोन इजराइली कैंप में ड्यूटी के दौरान संक्रमण हुआ और कुछ दिनों बाद देहांत हो गया।

-डॉ. लक्ष्मीकांत परिदा, जीडीएमओ -II, हिन्दूराव अस्पताल, नार्थ डीएमसी

कोरोना के दौरान डॉ. लक्ष्मीकांत परिदा को हिंदू राव अस्पताल में एचओडी ब्लड बैंक के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया और उन्होंने कैजुअलिटी में भी नोडल अधिकारी की ड्यूटी निभाई। रोगियों की मदद करते हुए वे स्वयं भी संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-डॉ. रमेश कुमार हिमथानी,एचओडी, डिपार्टमेंट ऑफ़ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, बत्रा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर

डॉ. रमेश कुमार हिमथानी, बत्रा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, तुगलकाबाद में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के एचओडी के रूप में कार्यरत थे। जब महामारी अपने चरम पर थी तब वह अस्पताल के आईसीयू और कोविड वार्ड में निस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा कर रहे थे। वह ड्यूटी पर रहते हुए वायरस से संक्रमित हो गए और 5 मई, 2021 को उनकी मृत्यु हो गई।

-जेस्सी मैथ्यू, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट, इमरजेंसी लैब, लोक नायक अस्पताल

लोक नायक अस्पताल के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट जेसी मैथ्यू कोरोना रोगियों के सेंपल प्रोसेस करने के लिए आपातकालीन लैब में तैनात थे। वह अस्पताल की प्रयोगशाला में अपनी ड्यूटी करते हुए वायरस से संक्रमित हो गई और 27 अप्रैल, 2021 को उसकी मृत्यु हो गई।

-सतनाम सिंह, सिविल डिफेन्स वालंटियर, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ऑफिस, शहादरा

सतनाम सिंह को जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय, शाहदरा के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों में कोरोना प्रोटोकॉल के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कोरोना ड्यूटी पर तैनात किया गया था। ड्यूटी के दौरान उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया और कुछ दिनों बाद उनका देहांत हो गया।

-मदन लाल, सिविल डिफेन्स वालंटियर, साउथ डिस्ट्रिक्ट

मदन लाल बतौर सिविल डिफेन्स वालंटियर, बेगमपुर डिस्पेंसरी में वैक्सीनेशन सेंटर पर कार्यरत थे। वहां वह लोगों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल और टीकाकरण के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करते हुए, वायरस से संक्रमित हो गया और एक सप्ताह बाद उनका देहांत हो गया।

-रीना, सिविल डिफेन्स वालंटियर, नार्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट

रीना को निगम प्रतिभा विद्यालय, अरविंद विहार और ईडीएमसी प्राथमिक विद्यालय, गौतम विहार-द्वितीय में खाद्य वितरण केंद्रों में नियुक्त किया गया था। महामारी के दौरान लोगों को भोजन के लिए उनकी दैनिक आवश्यकता को पूरा करने में मदद करते हुए वे स्वयं भी कोरोना से संक्रमित हो गई और उनका देहांत हो गया।

-राजेन्द्र पाल, सेनिटेशन वर्कर, हिन्दूराव अस्पताल

हिंदू राव अस्पताल में निःस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा करने वाले सफाई कर्मचारी राजेंद्र पाल चिकित्सा अपशिष्ट को सम्भालते थे और अस्पताल को साफ रखते थे। ड्यूटी पर रहते हुए वह कोरोना से संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-ममता रानी, पीआरटी, निगम स्कूल, सुल्तानपुरी

स्कूली बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ जरूरतमंदों के बीच भोजन वितरण सुनिश्चित करने का काम करने वाली ममता रानी कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो गई और उनका देहांत हो गया।

-कृष्ण कांत कपिल, टीजीटी गणित

कृष्णकांत कपिल को कोरोना के दौरान जरूरतमंद परिवारों को सूखा राशन वितरण के लिए नियुक्त किया गया था। उनके प्रयासों ने महामारी के दौरान कई परिवारों को बचाया लेकिन उन्होंने कोरोना में संक्रमण से अपनी जान गंवा दी।

-नितिन चेरियन, हॉस्पिटल एग्जीक्यूटिव, दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट

दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में बतौर अस्सिस्टेंट तैनात नितिन चेरियन, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वैक्सीनेशन साईट पर कोरोना संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-रविन्द्र कुमार भट्ट, सीनियर मैनेज़र एकाउंट्स, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट-मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल

बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट-मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बतौर सीनियर मैनेजर एकाउंट्स कार्यरत रविन्द्र कुमार भट्ट ड्यूटी करते हुए वे स्वयं भी संक्रमित हो गए और कुछ समय बाद संक्रमण के कारण उनका देहांत हो गया।

-हेमंत कुमार, टी.जी.टी कंप्यूटर साइंस

शिक्षा विभाग में बतौर टीजीटी, कंप्यूटर साइंस के पद पर तैनात हेमंत कुमार कोरोना के दोनों लहर ऑन ड्यूटी रहकर लोगों की मदद कर रहे थे। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों की मदद करते हुए वे स्वयं कोरोना संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-डॉ. अमित गुप्ता, सीनियर रेजिडेंट, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल

डॉक्टर अमित गुप्ता, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। कोरोना की दूसरी लहर में इस अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया। यहां डॉ.अमित कुमार ने कोरोना संक्रमितों के बीच जाकर उनका इलाज किया। इसी दौरान कोविद ड्यूटी करते हुए वे स्वयं संक्रमित हो गए जिस कारण उनका देहांत हो गया।

-रौशन लाल, टीजीटी संस्कृत

रौशन लाल की ने कोरोना के दूसरे लहर के दौरान नरेला में विभिन्न कन्टेनमेंट ज़ोन में कोविड ड्यूटी की। मई 2021 में पहले हफ्ते में जब कोरोना अपने चरम पर था तब वे ड्यूटी के दौरान खुद भी संक्रमित हो गए और बाद में तबियत बिगड़ने से उनका देहांत हो गया।

-मुकेश पाल, टीजीटी,गणित

शिक्षा विभाग में टीजीटी, गणित के पद पर कार्यरत मुकेश पाल को कोरोना दूसरी लहर के दौरान कोविड ड्यूटी पर तैनात किया गया। इस दौरान वे स्वयं संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-रविन्द्र सिंह, दिल्ली होम गार्ड

रविन्द्र सिंह, डीटीसी बस डिपो सरोजनी नगर में बतौर बस मार्शल तैनात थे। कोरोना में लॉकडाउन के दौरान में ड्यूटी के दौरान वो भी संक्रमित हो गए और इलाज के दौरान अस्पताल में उनका देहांत हो गया।

-लाल सिंह, ड्राइवर, डीटीसी

राजघाट डिपो में ड्राइवर के पद पर कार्यरत लाल सिंह ने कोरोना के दौरान अस्पतालों के लिए तैनात स्पेशल बसों, डीसी/एसडीएम कार्यालय में कोविड ड्यूटी के लिए तैनात की गई बसों, क्वारंटीन फैसिलिटीज में लगाई गई बसों सहित कोटा से विद्यार्थियों को दिल्ली लाने सहित कई अन्य कोरोना ड्यूटी में काम किया। इसी बीच कोरोना संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-रामनाथ, ड्राइवर, डीटीसी

अम्बेडकर नगर टर्मिनल में ड्राइवर के पद पर तैनात राम नाथ ने कोरोना के दूसरे लहर के दौरान उन्हें डॉक्टर,सुरक्षा कर्मी तथा अन्य जरुरी सेवाओं के लिए तैनात बसों में कोविड ड्यूटी में लगाया गया। इस दौरान वे स्वयं भी संक्रमित हुए और उनका देहांत हो गया।

-रोहित, कंडक्टर, डीटीसी

कोरोना की दूसरी लहर में रोहित को डीटीसी की कोरोना ड्यूटी के लिए स्पेशल हायर बसों में ड्यूटी पर तैनात किया गया। इसी दौरान वे कोरोना संक्रमित हुए और उनका देहांत हो गया।

-सुनील कुमार, कंडक्टर, डीटीसी

सुनील कुमार कोरोना के दूसरे लहर में डॉक्टरों, मीडियल स्टाफ व अन्य कोरोना ड्यूटी में लगे स्टाफों की लाने- ले जाने के लिए तैनात की गई बसों में कोरोना ड्यूटी पर लगाया गया। ड्यूटी के दौरान तबियत बिगड़ने पर जब उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाया तो वे संक्रमित पाए गए और कुछ दिनों बाद उनका देहांत हो गया।

-आनंद कुमार मिश्रा, एग्जीक्यूटिव इंजिनियर, डीएसआईआईडीसी

डीएसआईआईडीसी में बतौर एग्जीक्यूटिव इंजिनियर(सिविल) तैनात श्री आनंद कुमार मिश्रा जी ने कोरोना के दुसरे लहर के दौरान कोरोना अस्पताल घोषित किए गए चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेदिक चरक संस्थान में ड्यूटी पर तैनात किया गया। इस दौरान वे स्वयं कोरोना संक्रमित हो गए और उनका देहांत हो गया।

-अरुण कुमार रक्षित, ओएसडी, स्वास्थ्य मंत्री

अरुण कुमार रक्षित कोरोना के दौरान स्वास्थ्य मंत्री के कैंप ऑफिस में आने वाले लोगों की कोरोना से जुडी मदद कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सैकड़ों लोगों की मदद की लेकिन ड्यूटी करते वो स्वयं भी संक्रमण की चपेट में आ गए और कोरोना की दूसरी लहर में उनका देहांत हो गया।

-करमबीर सिंह, सब-इंस्पेक्टर(ड्राइवर), दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस में एसआई करमबीर सिंह, कोरोना के दूसरी लहर के दौरान एसीपी,सीलमपुर के ड्राइवर के रूप में तैनात थे। कोरोना के दौरान लॉकडाउन एन्फोर्समेंट सहित फ़ूड डिस्ट्रीब्यूशन के लिए दिल्ली पुलिस ने एसीपी स्तर के अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया था। एसीपी के साथ ड्यूटी पर तैनात करमबीर सिंह दूसरी लहर में स्वयं भी संक्रमित हो गए और कुछ दिनों बाद उनका देहांत हो गया।

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