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Pervez Musharraf Died: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का निधन, दुबई के अस्पताल में ली अंतिम सांस

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पाकिस्तानः पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया है। वह 79 साल के थे। पूर्व राष्ट्रपति उम्र से संबंधित कई बीमारियों से पीड़ित थे। पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ कई दिनों से बीमार थे और उनका दुबई के एक अस्पताल में उपचार चल रहा है। जहां आज उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि जनरल परवेज मुशर्रफ अमाइलाॅइडोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थे।

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दिल्ली में पैदा हुए थे परवेज मुशर्रफ
पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था। उन्हें 19 अप्रैल 1961 को पाकिस्तान सैन्य अकादमी काकुल से कमीशन मिला था। परवेज मुशर्रफ को 1998 में जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया और सेना प्रमुख (सीओएएस) के रूप में पदभार संभाला था। साल 1999 में सफल सैन्य तख्तापलट के बाद परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने। परवेज मुशर्रफ ने 1998 से 2001 तक पाकिस्तान की स्टाफ कमेटी के 10वें अध्यक्ष और 1998 से 2007 तक 7वें शीर्ष जनरल के रूप में कार्य किया था। बताया जा रहा है कि परवेज मुशर्रफ 2016 से दुबई में रह रहे थे और पिछले आठ साल से यूएई में रहकर अपना इलाज करा रहे थे। जहां उनकी हालत गंभीर होने पर कुछ हफ्ते के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ी लड़ाई 

मुशर्रफ ने सेना में बतौर जूनियर अफसर शुरुआत की थी। उन्होंने 1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। ये युद्ध पाकिस्तान हार गया था। इसके बावजूद पाक सरकार की ओर से बहादुरी से लड़ने के लिए मुशर्रफ को पदक से सम्मानित किया गया था। सरकार ने उन्हें कई बार प्रमोट भी किया। 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल की साजिश रची, लेकिन बुरी तरह से असफल रहे। अपनी जीवनी 'इन द लाइन ऑफ फायर-ए मेमॉयर' में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी, लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए। तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ ने 1998 में परवेज मुशर्रफ पर भरोसा करके उन्हें पाकिस्तानी सेना का प्रमुख बनाया। एक साल बाद ही 1999 में जनरल मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान के तानाशाह बन गए। उनके सत्ता संभालते ही नवाज शरीफ को परिवार समेत पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था। सत्ता में रहते हुए जनरल मुशर्रफ ने बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वालों के साथ काफी बुरा सुलूक किया। सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी गई। यही कारण है कि सत्ता जाने के बाद में बलूच महिलाओं ने अमेरिका से जनरल मुशर्रफ को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की मांग की थी।

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