देश Featured

कर्नाटक: गरीबों के लिए आए चावलों की होती है तस्करी, सरकार 40 प्रतिशत कमीशन लेकर चुप, ‘आप’ का आरोप

बेंगलुरु: आम आदमी पार्टी (आप) की कर्नाटक इकाई ने गुरुवार को आरोप लगाया कि गरीबों के लिए आए चावल की गोवा और महाराष्ट्र में तस्करी की जाती है। यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आप नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता बृजेश कलप्पा ने दावा किया, "अन्न भाग्य चावल, जो गरीबों का है, उसे काला बाजार में बेचा जा रहा है। कई टन अन्ना भाग्य चावल की तस्करी गोवा और महाराष्ट्र जैसे पड़ोसी राज्यों में की जा रही है।"

उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही अनियमितताओं पर अंकुश नहीं लगाया तो विरोध प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया, "सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय 40 प्रतिशत कमीशन लेने के बाद चुप है। सरकार के कमीशन के लालच के कारण गरीब पीड़ित हैं। उन्होंने आरोप लगाया, "यह एक जनविरोधी और भ्रष्ट सरकार है जो पैसे के लिए लोगों के हितों की बलि दे रही है।

बृजेश कलप्पा ने कहा, "पिछले तीन वर्षो में अन्न भाग्य योजना के तहत राशन की कालाबाजारी के संबंध में 800 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा, "2020-21 में 65, 2021-22 में 472 और 2022-23 में अवैधता के 300 से अधिक मामले सामने आए। इतनी बड़ी संख्या में मामले दर्ज होने के बावजूद सरकार ने इस पर अंकुश लगाने के लिए सिस्टम में कोई बदलाव नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया, "कर्नाटक में राशन तस्करों के साथ सरकार की साजिश के कारण कुपोषण और बाल मृत्युदर बढ़ रही है।"

ये भी पढ़ें-Punjab FC ने आई-लीग अभियान के लिए अपनी टीम की घोषणा...

महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार, राज्य में 11,961 बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं और 3,64,614 बच्चे सामान्य रूप से कुपोषित हैं। आप नेता ने कहा, "ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की स्थिति को 107 तक गिराने में कर्नाटक का योगदान अधिक है जो पाकिस्तान से भी बदतर है। इसके लिए भ्रष्ट भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।"

अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें