भोपाल: मध्य प्रदेश में पांच महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे पर जमकर हमलावर हैं। ऐसे में एक दिन पहले बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को बुढ़ऊ तक कह डाला।
वहीं, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह को विभाजनकारी बताया और जनता को उनके कार्यकाल की याद दिलाने की बात कही। भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही टिप्पणियों पर अब कमलनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मेरे साथ गाली-गलौज या पत्थरबाजी हो सकती है, लेकिन मैं मध्यप्रदेश के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दूंगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब सत्ताधारी दल ने चुनाव से छह महीने पहले हार मान ली है। मुख्यमंत्री समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता जनता के मुद्दों से पूरी तरह कटे हुए हैं और कांग्रेस की जनहितैषी घोषणाओं से अपना संतुलन खो बैठे हैं। सब मिलकर सुबह-शाम मुझे कोसने में लगे हैं। लेकिन मध्य प्रदेश की आदरणीय जनता देख रही है कि भाजपा के नेता मध्यप्रदेश के नव निर्माण के लिए की गई कमलनाथ की घोषणाओं को कोस रहे हैं, मुझे नहीं।
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उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग महिलाओं के सम्मान में दिए जाने वाले 1500 रुपये को कोस रहे हैं। वे मध्य प्रदेश में मिलने वाले 500 रुपये के गैस सिलेंडर को कोस रहे हैं। मध्यप्रदेश की जनता को मिलने वाली 100 यूनिट मुफ्त बिजली को कोस रहे हैं। मध्यप्रदेश की जनता 200 यूनिट बिजली बिल को कोस रही है। सरकारी कर्मचारियों को दी जाने वाली पुरानी पेंशन को कोस रहे हैं। किसानों की कर्जमाफी को कोस रहे हैं। भाजपा के लोग मध्यप्रदेश की 8.5 करोड़ से अधिक जनता के सुनहरे भविष्य को कोसने में लगे हैं। लेकिन याद रखिए कमलनाथ ने 44 साल मध्यप्रदेश की सेवा में बिताए हैं।
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