जौनपुरः मिस इंडिया रनरअप रहीं दीक्षा सिंह ने रविवार को जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया। उन्होंने वार्ड संख्या 26 से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया। उन्होंने अपना पर्चा कलेक्ट्रेट सीआरओ कोर्ट में दाखिल किया। इससे पूर्व दीक्षा ने मां शीतला चौकिया धाम पहुंच कर विधिवत पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। दीक्षा गोवा के उद्योगपति जितेंद्र सिंह की पुत्री है। वह वर्ष 2015 के फेमिना मिस इंडिया की रनर अप रही हैं। इसके अलावा उन्होंने कई फिल्मों व बड़े विज्ञापनों में काम किया है। पहले इनके पिता चुनाव प्रचार में लगे हुए थे, जब से जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी महिला सामान्य हो गई, तब पिता ने बेटी को चुनाव मैदान में उतार दिया।
दीक्षा सिंह मूलतः बक्शा के चितौड़ी गांव की रहने वाली है। वह गांव से कक्षा तीन तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह अपने पिता के साथ मुंबई और फिर गोवा चली गईं। फेमिना मिस इंडिया-2015 में प्रतिभाग के समय वह बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थीं। वहीं पिता जितेंद्र सिंह का गोवा व राजस्थान में कारोबार है। अभी फरवरी 2021 में दीक्षा के आए एलबम ‘रब्बा मेहर करे’ ने खूब सफलता बटोरी। उन्होंने बालीवुड की इश्क तेरा फिल्म की लेखन भी की है। उनकी हाल ही में बड़े बैनर की वेब सीरीज भी आ रही है।
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दीक्षा सिंह ने बताया कि वह कॉलेज के समय से ही प्रतियोगिताओं व राजनीतिक डिबेट में प्रतिभाग करती रही हैं और वह हमेशा गांव समय-समय पर आती रहीं। गांव आने पर देखा कि आज भी गोवा, मुंबई की तर्ज पर जिला विकास से कोसों दूर है। वह पंचायत चुनाव में कुछ बदलाव की सोच से आई हैं। दीक्षा सिंह का मानना है कि मुंबई की फिल्मी दुनिया में रहकर गांव घर का विकास संभव नहीं हो सकता है। अपने घर की सफाई करने के लिए खुद घर में आना पड़ता है इसलिए मैं यही रहकर चुनाव लड़ रही हूं और चुनाव जीतने के बाद भी गांव में ही रहकर विकास का काम करूंगी। बचपन से मेरा गांव से लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि वह गांव की समस्याओं को भी दूर करेंगी।