लखनऊः UP सरकार ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मुहैया कराने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार ने प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत इस साल 1 लाख छात्रों को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है।
छात्रों को भी निःशुल्क प्रशिक्षण
शैक्षिक सत्र 2024-25 में इस योजना का विस्तार करते हुए इसे प्रदेश भर के चयनित माध्यमिक विद्यालयों में लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को प्रतिदिन 90 मिनट का अल्पकालिक कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटीशियन, हेल्थकेयर, अपैरल, अकाउंटिंग आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। बालिका विद्यालयों को प्राथमिकता देने से लड़कियों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद मिलेगी। छात्रों को अपने नियमित पाठ्यक्रम के साथ-साथ कौशल प्रशिक्षण मिल सकेगा। प्रशिक्षण ऐसे क्षेत्रों में दिया जाएगा जहां रोजगार की अधिक संभावनाएं हैं। सरकारी स्कूलों के छात्रों को भी निःशुल्क प्रशिक्षण मिल रहा है।
क्या कहा मंत्रियों ने?
व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप, हम छात्रों को औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल भी प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट प्रवीण से छात्रों को न केवल रोजगार के अवसर मिलेंगे बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बनेंगे। कौशल विकास मिशन निदेशक अभिषेक सिंह ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में चयनित स्कूलों में यह कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। हर बैच में 35 छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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अब तक की उपलब्धियां
प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत अब तक 63,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस योजना की सफलता को देखते हुए सरकार ने इसे और विस्तार देने का फैसला किया है। प्रोजेक्ट प्रवीण उत्तर प्रदेश सरकार का एक महत्वाकांक्षी कदम है जो युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस योजना से न केवल छात्रों का भविष्य सुरक्षित होगा बल्कि राज्य का विकास भी होगा।
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