Lakhimpur Kheri, लखीमपुर खीरी: जिले के मैलानी क्षेत्र में रात की ठंड से बचने के लिए कमरे में जलाई गई अंगीठी ने दो मासूम बच्चों की जान ले ली, जबकि उनके माता-पिता की हालत गंभीर बनी हुई है। मैलानी थाना क्षेत्र के कस्बा वार्ड नंबर 12 में रमेश विश्वकर्मा अपनी पत्नी रेनू और दो बच्चों अंशिका (07) और कृष्णा (08) के साथ रहते हैं। सोमवार की ठंड से बचने के लिए परिवार के लोग कमरे में अंगीठी जलाकर सो गये। एग्जॉस्ट न होने के कारण कमरे में धुआं भर गया और दम घुटने से दोनों बच्चों की मौत हो गई। दंपत्ति बेहोश हो गए।
मंगलवार की सुबह जब काफी देर तक घर का दरवाजा नहीं खुला तो आसपास के लोगों ने अन्य रिश्तेदारों और पुलिस को सूचना दी। जब दरवाजा तोड़ा गया तो दोनों बच्चे मर चुके थे और दंपत्ति अंदर बेहोश थे। आनन-फ़ानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रेनू की हालत गंभीर
रमेश को यहां निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत ठीक बताई जा रही है, जबकि उनकी पत्नी रेनू विश्वकर्मा की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पीलीभीत रेफर किया गया है। घटना से रमेश के पिता राम प्यारे, मां फितना देवी व अन्य परिजन रो-रोकर बेहाल हो गये। सूचना पाकर एसडीएम रत्नाकर मिश्र, सीओ प्रवीण कुमार, नवागत एसओ पंकज त्रिपाठी, चेयरमैन कीर्ति माहेश्वरी, भवानी शंकर माहेश्वरी, भाजपा महिला जिला उपाध्यक्ष गुरमीत कौर, कांग्रेस नगर अध्यक्ष अवनीश अवस्थी समेत अन्य लोग घर पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।
काल बन गई तीन दिन पहले बनवाई अंगीठी
परिजनों के मुताबिक रमेश की मां अस्थमा से पीड़ित हैं। उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी। मां को ठंड से बचाने के लिए रमेश ने तीन दिन पहले ही अंगीठी बनवाई थी। उसे क्या पता था कि जो अंगीठी उसने अपनी मां को राहत देने के लिए बनाई थी, वह उसके दो मासूम बच्चों जान ले लेगी।
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परिजनों ने बताया कि जिस कमरे में रमेश अपने परिवार के साथ सो रहा था वह पूरी तरह से बंद था। कमरे की एक खिड़की को पर्दे से बंद करने के साथ ही रोशनदान भी बंद कर दिया गया। इसके चलते कमरे में रखी जलती अंगीठी से निकली गैस से दम घुटने से यह हादसा हुआ।
रिपोर्ट- फारूख हुसैन, लखीमपुर
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