कोच्चिः नाइजीरियाई कैद से 10 महीने बाद रिहा हुए केरल के तीन नाविकों शनिवार को वतन वापसी हो गई। नाइजीरियाई अधिकारियों द्वारा तेल चोरी के आरोपों का सामना करने वाले 16 नाविक परीक्षण के बाद और एक समझौते पर पहुंचने के बाद केरल के कोच्चि हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहीं घर पहुंचने पर नाविकों का दर्ज छलक पड़ा।
नाइजीरियाई कैद से रिहा हुए नाविकों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उन्हें कैद में शौचालय का पानी तक पीने के लिए मजबूर होना पड़ा। जहाज के मुख्य अधिकारी सानू जोसेफ, कोच्चि से वीर इदुन और वी विजित तीनों शनिवार को घर पहुंचे। चालक दल के साथ जहाज को सबसे पहले गिनी ने इस आरोप में हिरासत में लिया था कि जहाज ने अपने क्षेत्रीय जल को पार कर लिया था।
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दरअसल शिपिंग कंपनी ने इक्वेटोरियल गिनी को भारी फिरौती दी, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया गया और बीच में नाइजीरिया सरकार ने नए आरोप लगाए कि जहाज में चालक दल ने नाइजीरियाई तेल टैंकरों से तेल की तस्करी की थी। नाइजीरियाई पुलिस ने जहाज और नाविकों को हिरासत में ले लिया और अगले आठ महीनों तक यह प्रक्रिया जारी रही। भारत सरकार के साथ-साथ कई अन्य एजेंसियों ने मामले में हस्तक्षेप किया और नाविकों की रिहाई सुनिश्चित की।
नाविकों ने कहा कि कैद में उन्हें बहुत पीड़ा हुई है और उनमें से कई मलेरिया बुखार से बीमार पड़ गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। नाविकों में से एक ने कहा कि वह उम्मीद खो चुका था। उसने फिर से परिवार और दोस्तों को देखने की उम्मीद नहीं की थी।
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