गोरखपुरः देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार जून को गोरखपुर आयेंगे। वे यहां गीताप्रेस के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे और ‘विशिष्ट श्रीरामचरितमानस’ और ‘तत्व विवेचनी’ के लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लेंगे। गीताप्रेस के प्रबंधक लालमणि तिवारी के अनुसार शताब्दी वर्ष समारोह का शुभारंभ 14 अप्रैल को पूजन-अर्चन से हुआ था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में गोष्ठी का यह पहला बड़ा कार्यक्रम होगा।
प्रबंधक लालमणि तिवारी के मुताबिक सबसे पहले राष्ट्रपति लीला चित्र मंदिर का भ्रमण करेंगे। फिर गोष्ठी में शामिल होंगे। 3 दिसंबर को गीता जयंती और 3 मई 2023 को समापन अवसर पर भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी है। समापन समारोह में वृंदावन के श्रीमलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास जी महाराज द्वारा भक्तमाल कथा कही जाएगी। इस आयोजन की अनुमति उन्होंने प्रदान कर दी है।
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ज्ञातव्य हो कि गीता प्रेस की स्थापना 14 मई 1923 को जयदयाल गोयनका ने की थी। जिसका उद्देश्य घर-घर में श्रीमद्भगवत गीता को पहुंचाना रहा है। इस प्रक्रिया में अब तक 80 करोड़ से अधिक धार्मिक पुस्तकें गीताप्रेस से छप चुकी हैं। 96 वर्ष से निरंतर चल रही कल्याण पत्रिका की भी 15 करोड़ से अधिक प्रतियां अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं। विश्व प्रसिद्ध गीता प्रेस अब तक 80 करोड़ से अधिक धार्मिक पुस्तकें प्रकाशित कर चुका है। गीता प्रेस 18 भाषाओं में 1800 तरह की पुस्तकों का प्रकाशन करता है।
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