Kanpur News: कानपुर देहात से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां 21 साल से इंसाफ के लिए भटक रही बूढ़ी मां को अब न्याय मिला। कानपुर देहात जिला न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाते हुए युवक के अपहरण के मामले में सपा नेता सुरेश यादव और सीमा यादव को 10 साल कैद की सजा सुनाई इसके साथ ही दोनों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
साल 2018 में दर्ज हुए था केस
बता दें कि, 2 सितंबर 2018 को डेरापुर थाने में सीमा यादव और सुरेश यादव के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। पीड़िता सूरजदेई ने बताया कि, उसका बेटा मनोज यादव डेरापुर क्षेत्र के बिहार घाट स्थित फौजी ढाबा पर काम करता था। 2003 में बेटे मनोज ने कानपुर की सीमा यादव से ढाबे के पास ही एक मंदिर में शादी कर ली, जिसके बाद सीमा और मनोज ढाबे के पिछले हिस्से में बने एक कमरे में रहने लगे। बाद में मनोज ने सीमा से कोर्ट मैरिज भी कर ली।
Kanpur News: हत्या कर फेंकने के आरोप
साथ ही उन्होंने आगे बताया कि, इसी बीच सीमा यादव के ढाबे के मालिक सपा नेता सुरेश यादव से संबंध हो गए। इसके बाद दिसंबर 2003 में मनोज अचानक लापता हो गया। सुरेश यादव और सीमा ने मिलकर मनोज का अपहरण कर हत्या कर दी और शव को ढाबे के पास बहने वाली सेंगुर नदी में फेंक दिया।
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बता दें कि, मनोज की गुमशुदगी के मामले में केस दर्ज कराने में 15 साल लग गए। 2003 में हुई घटना के बाद वह इधर-उधर भागती रही लेकिन केस दर्ज नहीं हो सका। जिसके बाद साल 2017 में सूरजदेई अपने बेटे के लिए न्याय के लिए DGP कार्यालय पहुंची। इसके बाद एडीजी कानपुर जोन के निर्देश पर 2 सितंबर 2018 को केस दर्ज हुआ। अभियोजन पक्ष की ओर से प्रभावी पैरवी के आधार पर कोर्ट में दोष सिद्ध करने में सफलता मिली।