Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से भाजपा विधायक योगेश वर्मा थप्पड़ कांड मामले में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है। भाजपा ने विधायक की पिटाई वाले चार नेताओं अवधेश सिंह उनकी पत्नी पुष्पा सिंह, अनिल यादव और ज्योति शुक्ला को पार्टी से निकाल दिया है।
इन चारों को पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। संतोषजनक जवाब न मिलने पर पार्टी के प्रदेश महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने चारों नेताओं के निष्कासन के संबंध में पत्र जारी किया है।
भाजपा पार्टी ने जारी नोटिस
भाजपा विधायक योगेश वर्मा पर हमला करने के मामले में प्रदेश नेतृत्व ने चार पार्टी कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया था। इनमें अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा सिंह और उनके पति व भाजपा के सक्रिय सदस्य अवधेश सिंह, पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अनिल यादव और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की पूर्व सह संयोजक ज्योति शुक्ला शामिल हैं। इन सभी से दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
लखीमपुर में 9 अक्टूबर को विधायक के साथ हुई मारपीट
बता दें कि लखीमपुर में 9 अक्टूबर को हुई मारपीट में कार्रवाई न होने से नाराज भाजपा विधायक योगेश वर्मा ने अपनी सुरक्षा में बढ़ाए गए दो गनमैन वापस कर दिए थे। इसकी जानकारी जब पुलिस अफसरों को हुई तो हड़कंप मच गया। जिसके बाद अफसरों ने गनमैन वापस विधायक को भेज दिए। फिलहाल विधायक की तहरीर पर कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
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घटना पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का कैसा था तंज
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव में मारपीट का वीडियो सामने आया है। इसमें बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद दोनों गुटों के समर्थक आपस में भिड़ गए।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी।उन्होंने कहा कि अन्याय हिंसा को जन्म देता है। सहकारिता चुनाव में लखीमपुर के भाजपा विधायक का आचरण चर्चा का विषय बन गया है। ऐसी स्थितियों का पैदा होना लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। चुनावी धांधली भाजपा की रणनीति बन गई है, जो निंदनीय है।