गेल ने विटोल के साथ एलएनजी आयात समझौते पर किए हस्ताक्षर, पढ़ें पूरी खबर

0
5

GAIL Signs LNG Agreement: गेल (इंडिया) लिमिटेड और विटोल एशिया पीटीई लिमिटेड ने शुक्रवार को 2026 से भारत को प्रति वर्ष लगभग 1 मिलियन मीट्रिक टन एलएनजी की आपूर्ति के लिए दीर्घकालिक तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) सौदे पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की। सौदे के तहत, विटोल अखिल भारतीय आधार पर अपने वैश्विक एलएनजी पोर्टफोलियो से गेल को एलएनजी वितरित करेगा।

गेल के एमडी क्या बोले?

गेल के सीएमडी, संदीप कुमार गुप्ता ने कहा, “विटोल के साथ गेल का यह दीर्घकालिक एलएनजी सौदा उसके बड़े एलएनजी पोर्टफोलियो को बढ़ाएगा और देश की प्राकृतिक गैस की मांग और आपूर्ति के अंतर को पाटने में योगदान देगा”। विटोल के सीईओ रसेल हार्डी ने कहा, “हमें विटोल और गेल के बीच मौजूदा संबंधों को आगे बढ़ाने और इस दीर्घकालिक एलएनजी आपूर्ति सौदे को एक साथ पूरा करने में खुशी हो रही है।

भारत एक महत्वपूर्ण और बढ़ता हुआ एलएनजी बाजार है और हम भारत में प्राकृतिक गैस के अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए उत्साहित हैं। हम बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने वैश्विक एलएनजी पोर्टफोलियो से एलएनजी आपूर्ति लाने को लेकर उत्साहित हैं।

यह भी पढ़ें-6,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ कोयला गैसीकरण परियोजना, 100 मिलियन टन का लक्ष्य

गैस ट्रांसमिशन में है 70 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी

गेल के निदेशक (विपणन) संजय कुमार ने कहा कि गेल यह सौदा इसलिए कर रहा है क्योंकि देश में प्राकृतिक गैस की मांग मजबूत हो रही है और यह एलएनजी गठजोड़ कई मायने रखता है। गेल लंबे समय से विभिन्न एलएनजी आपूर्तिकर्ताओं के साथ सौदे पर बातचीत कर रहा है। गेल, जो पूरे भारत में 16 हजार किमी से अधिक प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों के नेटवर्क का मालिक है और उसका संचालन करता है, प्रसार को और बढ़ाने के लिए एक साथ कई पाइपलाइन परियोजनाओं के निष्पादन पर काम कर रहा है। कंपनी के पास भारत में गैस ट्रांसमिशन में लगभग 70 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी और 50 प्रतिशत से अधिक गैस ट्रेडिंग हिस्सेदारी है।

गेल और उसकी सहायक कंपनियों/जेवी की शहरी गैस वितरण में भी मजबूत बाजार हिस्सेदारी है। विटोल ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी है, जिसकी उपस्थिति तेल और गैस से लेकर बिजली, नवीकरणीय और कार्बन तक है। यह प्रति दिन 7.4 मिलियन बैरल कच्चे तेल और उत्पादों का व्यापार करता है, और हर साल लगभग छह हजार यात्राएँ करता है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)