प्रयागराजः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट को सबसे खराब बजट करार दिया है। उन्होंने कहा कि बजट देश का अब तक का सबसे निराशाजनक और खतरनाक बजट है। भारतीय जीवन बीमा निगम, जो आम भारतीय के विश्वास का प्रतीक था उसमें 74 प्रतिशत के विदेशी विनिवेश की मंजूरी घातक है। उन्होंने कहा कि मोदी कहा करते थे कि देश नहीं बिकने दूंगा और आज उन्होंने सबसे बड़ी विश्वसनीय संस्था में विदेशी विनिवेश की मंजूरी दे दी है।
इसी प्रकार सौ सैनिक स्कूलों की स्थापना में प्राइवेट पार्टनर-निजी भागीदारी और उसमे भी प्राथमिकता उन एनजीओ को, जिन्हें ऐसे संगठनों को चलाने का अनुभव नहीं है देने का निर्णय भारतीय सेना की नर्सरी के लिए खतरनाक शुरूआत भरा कदम है। श्री तिवारी ने कहा कि किसानों का कर्ज न माफ करना, टैक्स के स्लैब न बढ़ाना, आम आदमी को 7500 रूपए ‘न्याय योजना’ के अंतर्गत न देने से क्रय शक्ति घटेगी और इससे मांग कम होगी। जब मांग कम होगी तो उत्पादन घटेगा और जब उत्पादन घटेगा तो रोजगार कम होगा, यही इस बजट का सबसे निराशाजनक कदम है।
यह भी पढ़ें-ट्विटर ने सस्पेंड किए 250 अकाउंट, किसान आंदोलन को लेकर अफवाह…
वहीं लोक निर्माण विभाग, कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय मंत्री रवि शंकर मिश्र का कहना है कि इनकम टैक्स स्लैब में कोई परिवर्तन न कर सरकार ने अपने को बता दिया कि वह कर्मचारी विरोधी है। जहां कर्मचारियों को कोविड 19 में सरकार से अपेक्षा थी कि टैक्स स्लैब दस लाख रूपये होगा, वहीं पर कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की मांग पूरी होगी। लेकिन सरकार ने कर्मचारियों का ख्याल नहीं किया। जिससे कर्मचारी वर्ग मायूस हुआ है।