ब्रसेल्सः भारतीय विपक्षी कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी का मानना है कि अमेरिका, यूरोप और भारत को मिलकर चीन के खिलाफ एक वैकल्पिक और प्रतिस्पर्धी मॉडल बनाना चाहिए। राहुल फिलहाल यूरोप की एक हफ्ते की यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दूसरे दिन बेल्जियम के ब्रुसेल्स प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने चीन की गतिविधियों को चुनौती बताया।
राहुल गांधी ने कहा कि चीन एक खास नजरिया पेश कर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव जैसे विचार सामने ला रहा है। चीन ने मूल रूप से दिखाया है कि दबाव वाले माहौल में प्रभावी ढंग से उत्पादन करना संभव है, जहां आप लोगों को स्वतंत्रता नहीं देते हैं, जहां आप उनकी स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करते हैं लेकिन आप उन्हें राजनीतिक स्वतंत्रता के बिना समृद्धि देते हैं।
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उन्होंने कहा कि हमारे लिए चुनौती यह है कि क्या हम एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रदान कर सकते हैं जहां हम राजनीतिक और आर्थिक स्वतंत्रता के साथ लोकतांत्रिक परिस्थितियों में उत्पादन कर सकते हैं। अमेरिका, यूरोप और भारत के बीच काफी सहयोग हो सकता है और इसी पर हमारा काफी ध्यान जाना चाहिए।
इंडिया बनाम भारत बहस पर एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि वह हमारे संविधान में नामों से काफी खुश हैं। मुझे इंडिया यानी भारत बिल्कुल सही लगता है। उन्होंने इस पर आई प्रतिक्रियाओं को घबराहट करार देते हुए कहा कि यह ध्यान भटकाने की रणनीति है।
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