रांचीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) झारखंड प्रांत के स्वयंसेवक कोरोना संक्रमण काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर जरूरतमंदों की लगातार सेवा कर रहे हैं। ऐसे संक्रमण काल में मां बाप अपने बच्चे को छोड़ कर चले जा रहे हैं। बच्चे अपने मां बाप को छोड़कर चले जा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में स्वयंसेवक दिन रात कोरोना संक्रमित मरीज और उनके परिजनों को सेवा मुहैया करा रहे हैं। संक्रमितों के पास स्वयंसेवक ऑक्सीजन से लेकर भोजन और दवा तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनतक डॉक्टरों की सलाह, दवा, ऑक्सीजन और भोजन से लेकर उपचार व बचाव के बारे में जानकारियां भी स्वयंसेवक लगातार पहुंचा रहे हैं। इसी क्रम में अब तक आरएसएस की ओर से 71 हेल्पलाइन सेंटर, सात शहरों में आइसोलेशन केंद्र, दस शहरों में कोविड-19 केंद्र, 114 स्थानों पर ऑनलाइन डॉक्टर सलाह, संक्रमित परिवारों और व्यक्तियों को अब तक 19 हजार 956 पैकेट भोजन, 32 स्थानों पर रक्तदान कर 199 यूनिट ब्लड, 90 स्थानों पर आयुर्वेदिक काढ़ा का वितरण, 25 स्थानों पर शव वाहन सेवा, 27 लोगों का अंतिम संस्कार, 69 स्थानों पर मास्क वितरण, 327 लोगों को ऑक्सीजन की व्यवस्था,16 स्थानों पर प्लाज्मा दान की व्यवस्था, 1531 लोगों को दवा वितरण की व्यवस्था और 66 बेड की व्यवस्था अब तक की गई है।
यह भी पढ़ेंः-अब जेलों में बंद महिलाओं और बच्चों को पढ़ाएंगे शिक्षक, प्रदेश सरकार ने मांगी लिस्ट
संघ के रांची विभाग कार्यवाह संजीत सिंह ने बताया कि पूरे झारखंड में संघ के स्वयंसेवक कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वयंसेवकों के कार्यों से लोगों में निराशा का माहौल खत्म हो रहा है। इसलिए जल्दी ही कोरोना झारखंड से भाग जाएगा। दिन रात स्वयंसेवक अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं। इसके अलावा संघ के अनुवांशिक संगठन सेवा भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल सहित अन्य संगठन भी लोगों के सेवा कार्य में लगे हुए है।