उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024

लोकसभा चुनावः मुस्लिम मतदाताओं को साधने में लगी सपा-बसपा व भाजपा !

Lok Sabha Elections:

लखनऊः उत्तर प्रदेश की पांचवें चरण की लोकसभा सीट लखनऊ में मुस्लिम वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए सपा, बसपा और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला चल रहा है। हालांकि बसपा ने सिर्फ मुस्लिम चेहरों को ही अपना उम्मीदवार बनाया है, लेकिन लखनऊ के मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव देश और प्रदेश में अपने मित्र नेताओं की ओर ज्यादा है।

सबके अपने-अपने दावे

महानगर अध्यक्ष फाखिर सिद्दीकी समाजवादी पार्टी प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा के लिए प्रचार कर रहे हैं। फाखिर सिद्दीकी ने महानगर कार्यकारिणी के सभी मुस्लिम चेहरों को पार्टी प्रत्याशी रविदास को जिताने के लिए अपनी गलियों में सक्रिय रहने को कहा है। मोहल्लों में छोटी-छोटी बैठकें कर रविदास मेहरोत्रा को जिताने के लिए मुस्लिम मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने की रणनीति बनाई गई है।

सपा महानगर अध्यक्ष फाखिर ने कहा कि लखनऊ का मुस्लिम समाज लंबे समय से मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से जुड़ा रहा है। मुस्लिम मतदाताओं के बीच हमारी पकड़ कभी कम नहीं हुई। लखनऊ की तीन विधानसभा सीटें उत्तर, मध्य और पश्चिम में समाजवादी पार्टी जीतती रही है। जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक रहता है। इस बार उत्तरी विधानसभा में तो हार हुई लेकिन मध्य और पश्चिम में सपा को जीत मिली।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हर वर्ग के लिए काम करती है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को मुसलमानों के अलावा अन्य वर्गों का भी वोट मिलेगा। रविदास मेहरोत्रा को हर वर्ग के बीच महत्व मिल रहा है। मुस्लिम इलाकों में वे रविदास पर कब्ज़ा कर रहे हैं।

बसपा के महानगर महासचिव दुर्गेश ने कहा कि बसपा ने मुस्लिम चेहरा उतारा है तो इसका पूरा असर मुस्लिम मतदाताओं पर दिख रहा है। हर तरफ से मुस्लिम वोटर पुकारते हैं। मुस्लिम ही नहीं पूरे समाज से समर्थन में कॉल आते हैं। फिर भी मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में मुस्लिम प्रत्याशी सरवर मलिक को भारी बढ़त मिल रही है।

उन्होंने बताया कि लखनऊ के अमीनाबाद, नखास, खदरा, हुसैनाबाद में बड़ी बैठकें हो चुकी हैं। इसमें मुस्लिम व्यवसायियों, अधिवक्ताओं, शिक्षकों व कर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यहां तक कि पुराने लखनऊ के जिन इलाकों में मुस्लिम वोटरों की बहुलता है, वहां भी बीएसपी कार्यकर्ताओं ने अपनी पैठ बना ली है। मेरा दावा है कि बसपा प्रत्याशी सरवर को कुल वोटों का 40 फीसदी वोट मिलने वाला है।

एक बार फिर मैदान में राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर लखनऊ लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं। अगर हम राजनाथ सिंह के कार्यकाल के पिछले पांच वर्षों पर नजर डालें तो उनका आखिरी लखनऊ दौरा तब था जब कोई न कोई मुस्लिम धर्मगुरु रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने आया था। अपनी समस्याओं को लेकर राजनाथ सिंह से मिलने वाले मुस्लिम धर्मगुरुओं की समस्याओं का त्वरित समाधान करने का प्रयास किया गया।

भारतीय जनता युवा मोर्चा के अवध क्षेत्र के मीडिया प्रभारी खुर्शीद ने कहा कि लखनऊ समेत पूरे देश में सभी धर्मों के लोगों को बिना किसी भेदभाव के केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिला है। केंद्र की योजनाओं से मुसलमानों को भी बराबर लाभ मिला है। लखनऊ में मुस्लिम समुदाय को मुफ्त राशन, उज्ज्वला गैस योजना, आयुष्मान कार्ड का लाभ मिला है। आज भी मुस्लिम समुदाय के लोग आयुष्मान कार्ड से सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि तीन तलाक का फैसला ऐतिहासिक है। अब जहां तक लखनऊ के मुस्लिम वोटरों की बात है तो उन्होंने अटल जी के समय से ही बीजेपी को दिल खोलकर वोट किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के चुनाव मैदान में उतरने के बाद इसमें कोई कमी नहीं आई है और न ही भविष्य में होगी।

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