भोपाल: शहरी विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी (Pratima Bagri) ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। किसानों की अथक मेहनत से हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। किसान हमारा अन्नदाता भी है और जीवनदाता भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ, सबका विकास के मूल मंत्र को क्रियान्वित कर किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे हैं।
राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी मंगलवार को सतना में कृषि विज्ञान मेले का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किसानों के हित में लिए गए निर्णयों से किसानों को आर्थिक मजबूती मिल रही है।
किसानों को रसायन मुक्त खेती की ओर बढ़ना चाहिए
कृषि मेले का उद्घाटन करते हुए राज्य मंत्री प्रतिमा बागड़ी ने कहा कि मेले की थीम ‘प्राकृतिक जैविक खेती के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना’ पर आगे बढ़ते हुए किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती को अपनाना चाहिए और रसायन मुक्त खेती को महत्व देना चाहिए। प्राकृतिक एवं जैविक खेती हमारे स्वास्थ्य एवं मृदा स्वास्थ्य के लिए हर प्रकार से लाभकारी है। उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती के कई दुष्प्रभाव हैं।
मोटे अनाज के उत्पादों को मिलते हैं अच्छे दाम
राज्य मंत्री ने कहा कि आज का समय आधुनिकता का है। हम हर क्षेत्र में आधुनिकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। किसानों को कृषि कार्यों में तकनीक का भी अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। किसानों को मोटे अनाज की खेती बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए। मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी सहयोग कर रही है। मोटे अनाज उत्पादों की कीमत पारंपरिक खेती वाले उत्पादों से अधिक होती है। इसे बाहर निर्यात करने पर किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी भी मोटे अनाज (बाजरा) की खेती के फायदे पर जोर दे रहे हैं। भारतीय उत्पादों की मांग विदेशों में बहुत अधिक है। राज्य मंत्री ने कहा कि बाजरा हमारी सभ्यता और हमारे भोजन का अभिन्न अंग है। धीरे-धीरे हमारे भोजन में इसकी मात्रा कम होने लगी। लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बाजरे को बढ़ावा देने के लिए अभिनव पहल की जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
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राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि सतना जिले में सबसे बड़ी आबादी किसानों की है। राज्य सरकार और मेहनती किसान मिलकर राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रोत्साहन योजनाएँ एवं मार्गदर्शन कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। अब शिक्षित युवा भी कृषि को रोजगार के रूप में अपना रहे हैं। विश्वविद्यालय में अध्ययनरत कृषि संकाय के विद्यार्थियों को आधुनिक कृषि एवं उसकी तकनीकों के बारे में गहराई से अध्ययन करना चाहिए। मेले का उद्घाटन एवं अतिथियों द्वारा कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। डॉ. हर्ष वर्धन ने अतिथियों का स्वागत एवं परिचय कराया। इसके बाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी संकाय के डीन डॉ. एसएस तोमर ने कृषि विज्ञान मेले का उद्देश्य बताया।
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