क्या भारत में बंद हो जाएंगी पेट्रोल-डीजल कारें? नितिन गडकरी ने रखा ये लक्ष्य

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नई दिल्‍ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार को कहा कि देश का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार वर्ष 2030 तक 10 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष का आंकड़ा छू लेगा। इससे पांच करोड़ रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही लिथियम-आयन बैटरी निर्यात करने की स्थिति में होगा।

दूनिया का शीर्ष वाहन निर्माता बनेगा भारत

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजधानी नई दिल्ली में आयोजित सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के 64वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। गडकरी ने कहा कि भारत भविष्य में दुनिया का शीर्ष वाहन निर्माण केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार 2030 तक सालाना एक करोड़ यूनिट तक पहुंच सकता है। इससे पांच करोड़ रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।

2030 तक का बताया लक्ष्य

गडकरी ने कहा भारतीय EV बाजार की क्षमता साल 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि लिथियम-आयन बैटरी की लागत में और कमी आने की उम्मीद है, जिससे वहनीयता में मदद मिलेगी और इस तरह बड़े पैमाने पर इसकी स्वीकार्यता में तेजी आएगी। दरअसल, एक अनुमान के मुताबिक ईवी फाइनेंसिंग मार्केट का आकार 4 लाख करोड़ रुपये है। गौरतलब है कि सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एक गैर-लाभकारी शीर्ष निकाय है। यह देश के सभी प्रमुख वाहन और वाहन इंजन निर्माताओं का प्रतिनिधित्व करता है।

इथेनॉल जैसे जैव ईंधन पर जोर

नितिन गडकरी ने कहा कि हमें जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी, जो वर्तमान में 22 लाख करोड़ रुपये है। गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि मैं पेट्रोल और डीजल के खिलाफ नहीं हूं। गडकरी ने इलेक्ट्रिक वाहनों और इथेनॉल जैसे जैव ईंधन को अपनाने पर भी जोर दिया।

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किसानों को मिलेगा लाभ

हाल ही में बजाज की पहली सीएनजी बाइक लॉन्च हुई है, जिसके बारे में नितिन गडकरी ने कहा कि इस बाइक की लागत 1 रुपये प्रति किलोमीटर है, जबकि पेट्रोल बाइक की लागत 2 रुपये से अधिक है। गडकरी के अनुसार, इथेनॉल उत्पादन से किसानों को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि जैव ईंधन के रूप में इथेनॉल की बढ़ती मांग के कारण मक्के की कीमतें दोगुनी हो गई हैं।

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