मध्य प्रदेश

एक मई से लागू होगी ई रिक्शा संचालन की नई व्यवस्था, तीन माह में बदले जाएंगे जोन

New system of e-rickshaw

उज्जैन: सरल एवं सुगम यातायात प्रबंधन के लिए लगभग 5280 ई-रिक्शा चालकों को उज्जैन शहर के अंतर्गत छह जोन आवंटित किये जायेंगे, जिसमें शहर के 20 प्रमुख मार्ग शामिल होंगे। ई-रिक्शा चालकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तीन रूटों के लिए उनकी प्राथमिकताएं आमंत्रित की जाएंगी। इसके बाद उन्हें लॉटरी सिस्टम के आधार पर जोन आवंटित किये जायेंगे। ई-रिक्शा वाहनों के परिचालन के लिए निर्धारित जोन के अनुसार जोनवार अलग-अलग कलर कोडिंग की जायेगी। हर तीन महीने में ई-रिक्शा चालकों का जोन बदला जाएगा ताकि सभी को समान अवसर मिल सकें। ई-रिक्शा संचालन की नई व्यवस्था एक मई से लागू होगी।

यह निर्णय शुक्रवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना, निगमायुक्त आशीष पाठक, एडीएम अनुकूल जैन, यूडीए सीईओ संदीप सोनी, आरटीओ संतोष मालवीय एवं समिति सदस्य उपस्थित थे।

ई-रिक्शा वाहनों पर चालक की जानकारी चस्पा की जाये

ई-रिक्शा परिचालन की नई व्यवस्था के संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ई-रिक्शा चालकों का एक संघ बनाया जाये। ताकि ई-रिक्शा चालकों के पंजीकरण, आईडी कार्ड, रेट लिस्ट आदि मुद्दों पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके। उन्होंने ऑटो वाहनों के व्यवस्थित संचालन के भी निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक शर्मा ने निर्देश दिये कि प्रत्येक ई-रिक्शा वाहन पर चालक का नाम, नम्बर एवं फोटो स्पष्ट रूप से अंकित होना चाहिए। ताकि यात्रियों को अपना सामान खोने आदि जैसी समस्याओं की सूचना देने में कोई परेशानी न हो।

सराय एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन करते हुए सभी नए होम स्टे का पंजीकरण किया जाए

कलेक्टर ने कहा कि उज्जैन शहर में बड़ी संख्या में नये होम स्टे बनाये गये हैं। सभी नये होम स्टे का नगर निगम द्वारा कैम्प लगाकर पंजीकरण कराया जाये। उन्होंने जिले में लागू सराय एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश भी दिये। जिसके तहत होटल संचालकों द्वारा उनके यहां आने वाले आगंतुकों की जानकारी व्यवस्थित रूप से रखी जानी चाहिए। इसके अलावा होटल परिसर में सीसीटीवी कैमरे की भी उपलब्धता होनी चाहिए। होटल चालकों को रिसेप्शन पर होटल की रेट लिस्ट प्रदर्शित करने के साथ-साथ महाकाल मंदिर की भस्म आरती एवं अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी भी प्रदर्शित करनी होगी। प्रमुख मंदिरों एवं स्थानों तक पहुंचने के लिए दूरी के अनुसार वाहन किराया दरें भी अंकित की जाएं। यह सारी जानकारी होटल संचालक अपने होटल की वेबसाइट पर भी फीड करेंगे।

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प्रमुख यात्रा वेबसाइटों को सलाह जारी करें

कलेक्टर सिंह ने प्रमुख ट्रैवल वेबसाइटों के लिए एडवाइजरी जारी करने के भी निर्देश दिये। ताकि आगंतुकों के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी न हो और ट्रैवल एजेंसियां जिम्मेदारी से काम करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख होटलों की सूची एवं रेट लिस्ट महाकाल मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड की जाये। ताकि विजिटर्स को जानकारी मिल सके। सड़क सुरक्षा की दृष्टि से चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर स्टॉपेज, साइनेज आदि सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने पिछली बैठक में दिए थे।


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