अनूपपुर: मध्य प्रदेश रसोइया संघ 7 दिसंबर से स्कूलों में खाना बनाना बंद कर हड़ताल पर है। जिसके बाद स्कूलों में समूह के माध्यम से मध्याह्न भोजन बनवाया जा रहा है। वर्तमान में 2 हजार मासिक मानदेय वर्तमान महंगाई के दौर में बहुत ही कम है। जिसे बढ़ाकर कलेक्टर दर पर करने सहित अन्य मांगों को लेकर रसोइया संघ बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार भागीरथ लहरें को ज्ञापन सौंपा उन्होंने बताया कि सरकार से 2 हजार मानदेय मिलता हैं। जिससे उनके घर का भरण पोषण नहीं हो पाता हैं। बच्चों की स्कूल फीस भरने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता हैं।
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हम छोटे-छोटे बच्चों का खाना बनाते, लेकिन कम वेतन मिलने के कारण हमारे ही बच्चों का ही पेट नहीं भर पाता हैं। इसके पूर्व रसोइया संघ अनूपपुर के इंदिरा तिराहे के पास इकट्ठा होकर पैदल मार्च निकालते हुए मानदेय बढ़ाने सहित अन्य सुविधाओं की मांग की है। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि रसोइयों को कभी भी निकाल दिया जाता है।
जिसे बंद कर अब स्थाई किया जाए। 7 मार्च को चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने लाखों कार्यकर्ताओं के सामने हमारे मांगों को जायज मानते हुए घोषणा करते हुए कहा था। 6 माह में मानदेय वृद्धि एवं अन्य मांगों को पूरा कर दिया जाएगा। जो लगभग 9 माह बीत जाने के बाद भी शासन कि कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। उन्होंने शिक्षा मंत्री अपने वादे को पूरा करने की मांग की हैं। इसके साथ ही प्रत्येक माह में एक निश्चित तिथि के अंदर मानदेय देने की बात कही और कुछ माह से मान्यता अप्राप्त है। उसे भी प्रदान करने की मांग की है।
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