कठुआः जम्मू-कश्मीर के कठुआ भगवान परशुराम की का जन्मोत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया। ब्राह्मण शास्त्र में भी रूचि रखते हैं और शस्त्र में भी क्योंकि परशुराम भी हम है और नारायण भी हम हैं। भगवान परशुराम (Parshuram Janmotsav) साक्षात भगवान नारायण हैं। वे किसी भी जाति, वर्ण व संप्रदाय के स्वामी न होकर सारी सृष्टि के ही देवता हैं। वहीं आज कठुआ के लोगों ने भारी संख्या में जुटकर साबित कर दिखाया। इस अवसर पर ब्राह्मण सभा के पदाधिकारियों सहित गणमान्य लोगों ने आकर शोभा यात्रा को हरी झड़ी दी। शोभा यात्रा दोपहर करीब 12 बजे ब्राह्मण सभा से प्रारंभ होकर मुखर्जी चौक शहीदी चौक से बस स्टैंड होते हुए वापस ब्राह्मण सभा पर खत्म हुई।
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शोभा यात्रा के दौरान लोगों ने जगह-जगह खाने-पीने के स्टॉल लगाए थे। शोभा यात्रा के दौरान शोभा यात्रा में आए श्रद्धालुओं को कहीं हलवा, कहीं फल तो कहीं पर जल परोसा गया। शोभा यात्रा में सबसे आगे भगवान परशुराम का रथ फूलों से सजा हुआ था, जिसपर भगवान श्री परशुराम जी की वेषभूषा में तैयार एक युवक के साथ सुभाष शास्त्री जी महाराज विराजमान थे और साथ में बैंड-बाजों के पीछे हजारों के तादात में श्रद्धालुओं से भरी कारें बसों में भगवान परशुराम के जयकारे लगाते नजर आए। विशाल शोभायात्रा में जय श्री परशुराम जी, ब्राह्मण समाज की जय हो, भारत माता की जय जैसे नारों से कठुआ शहर गूंज उठा। शोभा यात्रा समाप्त होने के बाद लोगों ने भंडारे में का प्रसाद ग्रहण किया।
इस शुभ मौके पर ब्राह्मण सभा के प्रधान ड़ॉ दुशंत उब्बट, सचिव सतपाल मनसोत्रा, राकेश शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, सुरेश शर्मा, अजय शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, नगर परिषद पूर्व अध्यक्ष नरेश शर्मा, ब्राह्मण सभा के पूर्व अध्यक्ष रजनी कांत शर्मा, मुंसिपल कमेटी लखनपुर के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र शर्मा सीटू, डीडीसी उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह बबलू, अपनी पार्टी की नेता खुशबू भगत, प्रो. राम मुर्ति, केवल खजूरिया, शशी पाल शर्मा, नरेंद्र खजूरिया समेत हजारों की संख्या में सभी धर्मों के लोग शामिल हुए।