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भाई को रिहा करवाने के लिए बारात लेकर थाने पहुंचा दूल्हा, फिर जो हुआ...

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अमरोहाः उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक दूल्हे (groom) ने अपने चचेरे भाई के जेल से रिहा होने तक अपनी शादी को रोके रखी। मिली जानकारी के मुताबकि शनिवार को दूल्हा नन्हे सिंह दुल्हन को लेने घर से निकला। लेकिन बारात को दूल्हे ने दीदौली पुलिस स्टेशन पर रोक दी। यह देख कुछ लोग हैरान रह गए। पुलिस स्टेशन के बाहर बारात खड़ी देख जब पुलिस अधिकारियों ने दूल्हे से पूछा तो उसने कहा, जब तक उसके चचेरे भाई अंकित को रिहा नहीं किया जाता, वह बारात लेकर आगे नहीं बढ़ेगा।

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ये है पूरा मामला

डिदौली थाना प्रभारी (एसएचओ) सुनील मलिक ने बताया कि 13 मई को दुल्हन के पिता सोहन सिंह अपने बेटे विनीत और सुभाष के साथ लगन चढ़ाने आए थे। इस दौरान दूल्हा पक्ष के साथ दहेज को लेकर कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ा कि, दोनों पक्षों में मारपीट तक हो गई थी। दुल्हन के पिता ने अंकित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने हाथापाई में घायलों को अस्पताल भेजा, जबकि अंकित को हिरासत में लिया गया। एसएचओ ने कहा, "हम असहाय हैं क्योंकि अंकित को रिहा करने से पहले कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा।" थाने में दूल्हे की मौजूदगी की सूचना पर दुल्हन के परिवार के कुछ सदस्य वहां पहुंचे। इस बीच, नन्हे शनिवार देर रात तक समझौता होने तक थाने से नहीं हटा, हालांकि दुल्हन के परिवार के कुछ सदस्यों ने कहा कि शादी रोकने के लिए दूल्हे (groom) और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

जांच में हुआ बड़ा खुलासा

वहीं दिलचस्प बात यह है कि एक एसएचओ ने कहा कि एक जांच से पता चला है कि दंपति पहले ही शादी के बंधन में बंध चुके थे और उन्होंने सामूहिक विवाह अनुदान योजना का लाभ उठाया था। उन्होंने कहा, "वे एक सामाजिक अनुष्ठान के रूप में फिर से शादी कर रहे थे।"

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