वॉशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने निर्णय लिया है कि 19 अप्रैल से 18 साल और उससे अधिक उम्र के हर शख्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। दरअसल पहले इसकी शुरुआत 1 मई से होनी था लेकिन अब बाइडेन ने इसे दो हफ्ते पहले शुरू करने की घोषणा की है।
उन्होंने यह भी कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। अभी हमें बहुत से कार्य करने हैं। हम अभी भी इस वायरस के खिलाफ जिंदगी और मौत की दौड़ में हैं। बाइडेन ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यह वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। महामारी खतरनाक बनी हुई है। साथ ही लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वह बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनकर रखें और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करें।
बाइडेन ने बताया कि उनके प्रशासन की योजना के अनुसार पहले 100 दिनों में वैक्सीन की 200 मिलियन डोज वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और उनके पति डफ एमहौफ ने मंगलवार को कोरोना वैक्सीन का प्रचार करने में बिताया। उन्होंने टीकाकरण केन्द्रों का दौरा किया। हैरिस ने शिकागो और एमहौफ ने यकीमा वॉशिंगटन का दौरा भी किया।
भारत में उठ रही यही मांग
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने की गुहार लगाई है। आईएमए ने मंगलवार को इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में टीकाककरण कार्यक्रम को युद्ध स्तर पर करने की सलाह दी है।
आईएमए ने अपने सुझाव में कहा है कि टीकाकरण की गति को तेज करते हुए 18 साल के ऊपर के सभी लोगों के लिए टीका लगाने की शुरुआत करनी चाहिए। इसके साथ सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण की सुविधा शुरू करने के साथ वहां यह सुविधा नि:शुल्क दी जाए।
प्रधानमंत्री को भेजे सुझावों में सभी आईएमए ने प्राइवेट क्लीनिक को भी वैक्सीन मुहैया कराने की बात कही है। आईएमए ने कहा है कि देश में 3.5 लाख डॉक्टर सरकार के टीकाकरण के मुहिम में सहयोग करने को तैयार हैं। आईएमए के सुझाव में सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए वैक्सीन का सर्टिफिकेट अनिवार्य करने, जिला स्तर पर टास्क फोर्स बनाने, सिनेमा व धार्मिक स्थलों तथा सांस्कृतिक संस्थानों को थोड़े अंतराल के लिए बंद किया जाना शामिल है।
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सरकार ने खारिज की मांग
हलांकि सरकार ने 45 साल के कम उम्र के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन को खोलने की उठ रही मांगों को खारिज कर दिया है। सरकार ने साफ कर दिया कि फिलहाल वैक्सीन उन्हीं लोगों को लगेगी, जिनको इसकी जरूरत है। कोरोना वायरस के चलते होने वाली मौतों को रोकना सरकार की पहली प्राथमिकता। भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है, जहां 45 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि पूरी दुनिया में सभी देश सबसे पहले प्राथमिकता वाले समूहों का टीकाकरण कर रहे हैं, ताकि कोरोना से होने वाली मौतों को रोका जा सके।