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रविवार को भगवान सूर्य की आराधना से होती है सभी मनोकामनाएं पूरी

नई दिल्लीः रविवार के दिन भगवान सूर्य की उपासना होती है। भगवान सूर्य को ही धरती का कर्ता-धर्ता माना जाता है। ऋग्वेद में भगवान सूर्य को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि यदि रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और भगवान सूर्य की कृपा उनके भक्त पर हमेशा बनी रहती है।

सूर्योपनिषद में सूर्य को ही संपूर्ण जगत की उत्पत्ति का एक मात्र कारण निरूपित किया गया है। रविवार के दिन कुछ मंत्रों का जाप कर भगवान सूर्यदेव को प्रसन्न किया जा सकता है। सूर्यदेव की पूजा करते समय उनकी आरती और चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। साथ ही आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ भी करना चाहिए।

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हर रविवार को सूर्योदय होने पर भगवान सूर्यदेव का पूजन करना चाहिए और सूर्य मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूरी होती है। आप भगवान सूर्य की पूजा के समय कुछ मंत्रों का उच्चारण कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।

भगवान सूर्य के मंत्र-

ॐ घृणिं सूर्य्यरू आदित्यः

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।। ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकररू। ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ॐ सूर्याय नमः ॐ घृणि सूर्याय नमः