रीगा: यूक्रेन ने सीमा पर रूस द्वारा सैन्य तैनाती बढ़ाने का आरोप लगाते हुए उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) से इस संबंध में कार्रवाई की मांग की है। यूक्रेन ने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने के साथ नाटो के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से समाधान तलाशने का आग्रह भी किया है।
यूक्रेन ने बुधवार को नाटो से आग्रह किया कि वह रूस की तरफ से संभावित हमले को टालने के लिए उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने को तैयार रहे। विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से समाधान तलाशने का आग्रह करेंगे। नाटो के विदेश मंत्रियों की मंगलवार से लातविया की राजधानी रीगा में बैठक चल रही है, जिसमें यूक्रेन सीमा पर रूस के हालिया सैन्य निर्माण पर प्रतिक्रिया देने व शीतयुद्ध के बाद पैदा हुई गंभीर स्थिति से निपटने के उपायों पर चर्चा की जा रही है।
कुलेबा ने रीगा पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा कि हम अपने साझेदारों से यूक्रेन आने और रूस से सीधी वार्ता की पहल करने का आग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर स्थितियां खराब होती हैं तो नाटो को रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार रहना होगा। नाटो को यूक्रेन के साथ सैन्य सहयोग भी बढ़ाना चाहिए।
सोवियत गणराज्य का हिस्सा रहा यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं है लेकिन अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने उसकी संप्रभुता की रक्षा की प्रतिबद्धता जताई है। वर्ष 2014 के बाद यूक्रेन का झुकाव पश्चिमी देशों की तरफ बढ़ गया है और वह नाटो तथा यूरोपीय यूनियन में शामिल होना चाहता है।
वहीं रूस ने यूक्रेन पर संघर्षग्रस्त क्षेत्र डानबास में उसकी आधी सेना को तैनात करने का आरोप लगाया है। उसने यह भी स्पष्ट किया कि उसकी सेना यूक्रेन की सीमी से लगे अपने दक्षिणी सैन्य जिले में नियमित शीतकालीन अभ्यास कर रही है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि यूक्रेन की सेना सैन्य उपकरणों और सैनिकों की तैनाती के साथ अपनी क्षमता बढ़ा रही है।