भोपाल: मध्य प्रदेश के उज्जैन में रेप की शिकार 12 साल की बच्ची का इंदौर के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि पीड़िता 24 सितंबर को स्कूल की परीक्षा देने के लिए सतना जिले स्थित अपने घर से निकली थी। उज्जैन के एसपी सचिन शर्मा ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया, ”परिवार ने सतना पुलिस स्टेशन में लड़की की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
सोशल मीडिय से मिली परिवार को जानकारी
बता दें कि लड़की के परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो से परिवार को लड़की की लोकेशन के बारे में पता चला। वीडियो में लड़की को खून बहता हुआ देखा गया और वह अर्धनग्न हालत में मदद की गुहार लगा रही थी। तब तक उज्जैन पुलिस को भी पता चल गया था कि पीड़िता सतना जिले की रहने वाली है, जबकि पहले उन्होंने मान लिया था कि लड़की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली है। पीड़िता के पिता ने मीडिया को बताया कि उन्हें घटना के बारे में तब पता चला जब एक रिश्तेदार ने उनकी बेटी का उज्जैन में सड़कों पर घूमते हुए एक वायरल वीडियो देखा। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 8वीं कक्षा में पढ़ती है और परीक्षा देने के लिए अपने स्कूल के लिए निकली थी, लेकिन वह घर नहीं लौटी।
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लड़की ने की थी सतना से उज्जैन की यात्रा
उज्जैन जिला पुलिस ने गुरुवार रात दावा किया कि उन्होंने मुख्य आरोपी, शहर के एक ऑटो चालक भरत सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि लड़की ने सतना से उज्जैन तक की यात्रा की थी। हालाँकि, अभी भी कई सवाल हैं जिनका पुलिस को जवाब देना बाकी है, जिसमें लड़की सतना से उज्जैन कैसे पहुंची, उसे अचानक उज्जैन आने के लिए क्या प्रेरित किया और क्या वह अकेले यात्रा कर रही थी या उसके साथ कोई था। ?
वहीं आरोपी भरत सोनी के परिवार का कहना है कि उनके बेटे ने घिनौना काम कर उन्हें शर्मसार कर दिया है। गुरुवार शाम को उज्जैन पुलिस ने सोनी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे उस स्थान पर ले जाया गया जहां उसने 25 सितंबर को लड़की के साथ बलात्कार किया था। फिर आरोपी ने वहां से भागने की कोशिश की। इसी कोशिश में वह कंक्रीट की दीवार से टकरा गया और घायल हो गया। गुरुवार रात जब आरोपी को अस्पताल लाया गया तो एक वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर ने इस बात से इनकार किया कि आरोपी पुलिस फायरिंग में घायल हुआ था। हालांकि, शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इससे उलट बयान देते हुए कहा कि ”आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया था।” हालांकि, बाद में सीएम के सोशल मीडिया अकाउंट से यह मैसेज डिलीट कर दिया गया। गया।
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