तिरुवनंतपुरम: करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी सामने आने के बाद से फरार चल रहे पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के एक निलंबित अधिकारी ने सोमवार को कहा है कि घोटाला एक व्यक्ति नहीं कर सकता है इसमें और भी लोग शामिल हैं। निलंबित अधिकारी ने कोझिकोड की एक निचली अदालत के समक्ष दायर अपनी अग्रिम जमानत याचिका में कहा कि घोटाले की व्यापक जांच शुरू की जानी चाहिए। क्योंकि घोटाला एक व्यक्ति नहीं कर सकता है इसमें और भी शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक की रेलवे स्टेशन लिंक रोड शाखा में 29 नवंबर को घोटाला तब सामने आया है जब कोझिकोड कॉरपोरेशन को मालूम हुआ कि उसके खातों से करोड़ों रुपये ठग लिए गए हैं। यह तब स्पष्ट हुआ जब पीएनबी बैंक के शीर्ष अधिकारी एमपी. रिजिन फरार हो गए। क्राइम ब्रांच द्वारा शुरुआती जांच के बाद प्रॉसीक्यूशन पक्ष ने कोर्ट को बताया कि करीब 21 करोड़ रुपये गायब हैं, जिनमें से अकेले निगम को लगभग 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
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कोर्ट रिजिन की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी। रिजिन के हलफनामे में आरोप लगाया गया था कि इस ठगी के पीछे बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा है कि यह सब एक व्यक्ति द्वारा नहीं किया जा सकता। पीएनबी और निगम के अधिकारियों की संलिप्तता की जांच भी की जानी चाहिए। कोर्ट ने जमानत याचिका पर अगली सुनवाई गुरुवार के लिए तय की है।
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