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Rajim Kumbh 2024: राजिम कुंभ कल्प मेले की बढ़ रही भव्यता, शुरू होगा विशाल संत समागम

rajim kumbh kalp
CG Rajim Kumbh 2024: माघ पूर्णिमा से शुरू हुए राजिम कुंभ कल्प मेले की भव्यता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। राजिम कुंभ का आयोजन माघ पूर्णिमा से लेकर महाशिवरात्रि तक होता है। इसमें 3 मार्च रविवार से विशाल संत समागम शुरू होगा। धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर राजिम मेला के संत समागम स्थल पर संतों, महामंडलेश्वरों, आचार्य महात्माओं के लिए विशाल गुंबद, स्विस कॉटेज, कुटिया एवं यज्ञ शाला का निर्माण कराया गया है, जिसमें संत महात्माओं द्वारा विभिन्न प्रकार के यज्ञ अनुष्ठान को पूरी वैदिक रीतियों के साथ सम्पन्न कराया जाएगा। संत समागम के विशाल मंच से भक्तों को आशीर्वाद के रूप में संतों के उपदेश सुनने का सौभाग्य मिलेगा।

विशाल यज्ञशाला का भी निर्माण

संत समागम स्थल पर दैनिक यज्ञ हवन के लिए एक विशाल यज्ञशाला का भी निर्माण किया गया है। जहां राजिम कुंभ कल्प के दौरान आए संतों द्वारा प्रतिदिन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन किया जाएगा। प्रतिदिन मुख्य मंच से संतों के प्रवचन और शाम को धर्म संसद में चर्चा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी पर्याप्त बैठक व्यवस्था की गयी है। भगवान श्री राम को समर्पित यह कुंभ कल्प श्री राम के प्रति आस्था और भक्ति का प्रतीक है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि संत समागम भी राममय होगा और भक्तों को प्रभु श्री राम की भक्ति में सराबोर होने का अवसर मिलेगा।

देशभर से पहुंचेंगी साधु-संतों की टोलियां

इस बार राजिम कुंभ में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद महाराज, अविमुक्तेश्वरानंद महाराज, सदानंद महाराज, पंडित प्रदीप मिश्रा, साध्वी ऋतंभरा दीदी, महामंडलेश्वर विशोकानंद भारती, डॉ. शिव स्वरूपानंद, रामकृष्णानंद, यतींद्रानंद, डॉ. रामेश्वर, पंडोखर सरकार जैसे बड़े धर्मगुरु शामिल होंगे। गौरतलब है कि संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इन धर्म गुरुओं को कुंभ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। राजिम कुंभ कल्प मेले में धर्मगुरुओं के अलावा हरिद्वार, प्रयागराज, काशी, बनारस, मथुरा, वृन्दावन, अयोध्या, अमरकंटक, चित्रकूट, उत्तराखंड से बड़ी संख्या में साधु-संत पहुंचेंगे। यह भी पढ़ेंः-Rajim Kumbh 2024: राममय हुआ राजिम कुंभ, लेजर शो बना आकर्षण का केंद्र

राजिम कुंभ कल्प में संतों का आगमन शुरू

राजिम कुंभ कल्प में 3 मार्च से शुरू होने वाले संत समागम में शामिल होने के लिए संतों का राजिम पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। इन महात्माओं को निर्धारित स्थानों पर ठहराया जा रहा है। बता दें कि राज्य सरकार ने संत समागम में भाग लेने आने वाले संत-महात्माओं के ठहरने की समुचित व्यवस्था की है। अब तक विभिन्न संप्रदायों और अखाड़ों के संतों का आगमन शुरू हो गया है, जिसमें जनकपुरी महाराज, भोलागिरी महाराज, शीतल गिरी महाराज, नागा साधु के अलावा अन्य संत भी पहुंचे हैं। इसके साथ ही भोजन, पेयजल और शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)