संदेशखाली की पीड़ितों ने बताई घिनौने कांड की आपबीती, राष्ट्रपति से लगाई इंसाफ की गुहार

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Sandeshkhali, नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में कई महिलाओं के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार और अपमान किए जाने के कुछ दिनों बाद, क्षेत्र की पीड़ित महिलाओं के एक समूह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर अपनी आपबीती बताई। पीड़ित महिलाओं ने संदेशखाली में “बेहद चिंताजनक” स्थिति के संबंध में राष्ट्रपति के हस्तक्षेप की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा।

पीड़ित महिलाओं ने सुनाई आपबीती

पीड़ित महिलाओं ने मीडिया को घिनौने कांड आपबीती सुनाई और बताया कि कैसे टीमएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके साथियों ने अपनी “खुशी” के लिए उनका शोषण किया। उनकी ओर से बोलते हुए, सेंटर फॉर एससी/एसटी सपोर्ट एंड रिसर्च के निदेशक पार्थ बिस्वास ने बताया कि कैसे संदेशखाली की महिलाओं को स्थानीय तृणमूल ‘गुंडों’ द्वारा दैनिक दुर्व्यवहार और शोषण का शिकार होना पड़ता है, जो ममता बनर्जी के ‘मूक’ संरक्षण का आनंद लेते हैं।

अब निलंबित तृणमूल नेता शाहजहां शेख (40), जिन्हें उनके समर्थक प्यार से ‘भाई’ कहते हैं। शाहजहां तब सुर्खियों में आए जब संदेशखाली की महिलाओं ने अपनी चुप्पी तोड़ी और उनके और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए अत्याचारों पर बात की। भारी गुस्से और आक्रोश के बाद, ममता का प्रशासन बैकफुट पर आ गया और पिछले हफ्ते उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

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महिलाओं का यौन शोषण करने के साथ संपत्ति हड़प ली

संदेशखाली की पीड़िताओं ने अपने दुखद और दर्दनाक अनुभव को याद करते हुए कहा कि इस इलाके में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और शोषण कोई नई बात नहीं है, यह कई सालों से होता आ रहा है। बिस्वास ने कहा, “संदेशखाली में ब्लॉक-2 के निवासियों को नियमित शोषण और छेड़छाड़ का सामना करना पड़ा।” शाहजहां और उसके साथियों ने वहां आतंक का माहौल बना दिया। न केवल महिलाओं का यौन शोषण किया गया, बल्कि उनकी संपत्ति भी तृणमूल के गुंडों ने हड़प ली।

जब पीड़ित मदद के लिए सरकारी अधिकारियों के पास गए, तो उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया और इसके बजाय उन्हें अपने उत्पीड़कों के साथ शांति बनाने के लिए कहा गया। संदेशखाली का काला कांड तब सामने आया जब शाहजहां और उसके गुंडों ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी करने गांव पहुंची ईडी और सीएपीएफ टीमों पर हमला कर दिया।

सलाखों के पीछे पहुंचा संदेशखाली का गुनहगार

संदेशखाली के पीड़ितों ने भविष्य में किसी परेशानी से बचने के लिए अपना चेहरा छिपाते हुए मीडिया को बताया कि उन्हें शाहजहां जैसे गुंडों की इच्छा पूरी करने के लिए रात में उठाया गया था और अगले दिन उनके घर छोड़ दिया गया था। एक अन्य पीड़ित ने कहा कि उसने जानबूझकर मीडिया से दूरी बनाए रखी क्योंकि उसे स्थानीय माफियाओं से धमकियां और चेतावनियां मिल रही थीं।

उन्होंने मांग की, “हालांकि शाहजहां अब सलाखों के पीछे है, फिर भी हमें अपनी जान का डर है। उसके भाई और साथी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्हें भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। साथ ही सरकार को सभी अपराधियों की पहचान कर उन्हें भी दंडित करना चाहिए।”

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